आलमी तब्लीगी इज्तेमा में चार दिनों तक अलग-अलग सत्रों के हिसाब से देश विदेश से आने वाले धर्म गुरुओं द्वारा तकरीर की जाएगी। धर्म गुरु अपनी तकरीरों के जरिए जिंदगी जीने की राह सिखाएंगे। हर बार की तरह इस बार भी आलमी तब्लीगी इज्तिमा में देश ही नहीं बल्कि विदेशों से जमाते आयोजन में शामिल होने आएंगी।
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विधानसभा चुनाव के चलते इस बार लेट हो रहा इज्तिमा
आपको बता दें कि, इस बार मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के चलते लगने वाली आचार संहिता को देखते हुए इज्तिमा प्रबंधन कमेटी ने आयोजन की तारीख लगभग एक महीने बाद की तय की है, ताकि चुनावी व्यवस्थाओं में आयोजन की वजह से कोई खलल न हो।
10 से 15 लाख लोग होंगे इज्चिमा में शामिल
भोपाल के ईंटखेड़ी इलाके में होने वाले आलमी तब्लीगी इज्तिमा के दौरान 8 से 11 दिसंबर के बीच करीब 10 से 15 लाख मुस्लिम समुदाय के लोग एक पंडाल के नीचे जुटेंगे। इसमें देश-विदेश से आने वाली जमातें भी शामिल होंगी।
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मरकज निजाम उद्दीन से मिली तारीखें
हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली स्थित मरकज निजाम उद्दीन की ओर से इज्तिमा की तारीखें तय की गई हैं। इज्तिमा का आगाज 8 दिसंबर को जुमा की नमाज के साथ होगा। चार दिन चलने वाले इस कार्यक्रम का समापन 11 दिसंबर को दुआ-ए-खास के साथ होगा। आलमी तब्लीगी इज्तिमा के प्रवक्ता अतीक उल इस्लाम ने बताया कि इस चार दिवसीय धार्मिक समागम में देश के बड़े उलेमा आने वाले हैं।
तैयारियां शुरु
आलमी तब्लीगी इज्तिमा के प्रवक्ता अतीक उल इस्लाम ने बताया कि इस साल इज्तिमा में 10 लाख से ज्यादा लोग शामिल होने का अनुमान है। आयोजन की तैयारियों के लिए ईंटखेडी के घासीपुरा इलाके में स्थित इज्तिमागाह पर शुरु कर दी गई हैं। खेत की सफाई, पाइप लाइनें बिछाने का काम पहले चरण में शुरु होगा। इसके बाद सड़क, बिजली, पानी और पंडाल लगने शुरु होंगे। इसके लिए अलग-अलग सरकारी विभागों को पत्र लिखे जा रहे हैं। आपको बता दें कि कोरोना के चलते साल 2020 और 2021 में आलमी तब्लीगी इज्तिमा का आयोजन नहीं हो सका था। वहीं, पिछले वर्ष भी विदेशों से जमाते नहीं आ सकी थीं। लेकिन, इस बार विदेशों की जमातें भी इज्तिमा में शिरकत कर सकेंगी।