ऐलोवेरा के खास फायदे
-इसका प्रयोग एक पौष्टिक आहार के रूप में भी होता है। विभिन्न मिनरल्स, विटामिन्स से युक्त आलोवेरा थोड़ी गर्मी के साथ अपना प्रभाव देता है।
-रोज सुबह इसके लगभग एक छोटे प्याले के सेवन से दिन-भर शरीर में ताकत और स्फूर्ति बनी रहती है।
-यह बवासीर जैसे कष्टदायी रोग में आराम पहुँचाती है।
-मधुमेह के रोगियों के लिए फ़ायदेमंद है।
-गर्भाशय के विभिन्न रोगों में यह चमत्कारी है।
-पेट से संबन्धित समस्याओं में रामबाण उपाय है।
-जोड़ों के दर्द में काफी आराम पहुँचा देता है।
-त्वचा की तमाम समस्याएँ जैसे मुंहासे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी हुई त्वचा, झुर्रियों, चेहरे के दाग-धब्बों, आंखों के काले घेरों, फटी एड़ियों के लिए यह काफी लाभप्रद है।
-यह खून की कमी को दूर करता है तथा शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
-जलने, कटने पर, अंदरूनी चोटों पर एलोवेरा अपने एंटी बैक्टेरिया और एंटी फंगल गुण के कारण घाव को जल्दी भरता है।
-यह रक्त में शुगर लेवेल को नियंत्रित रखता है।
-यह मच्छर से भी त्वचा को सुरक्षित रखता है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक रूप से मॉस्किटो रिपेलेंट जैसे गुण मौजूद होते हैं।
-एलोवेरा का इस्तेमाल जैल, बॉडी लोशन, हेयर जैल, स्किन जैल, शैंपू, साबुन, फेशियल फोम, ब्यूटी क्रीम, हेयर स्पा इत्यादि के निर्माण में भी किया जाता है।
-एलोवेरा जेल या रस में मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्थ होंगे।
-एलोवेरा के रस में नारियल के तेल की थोड़ी सी मात्रा मिलाकर कोहनी, घुटने व एड़ियों पर कुछ देर लगाकर धोने से इन जगहों पर पड़ने वाला कालापन दूर होता है।
-इसकी पत्तियों का सेवन करने से पेट में कब्ज की समस्या से राहत मिलती है।
-गुलाबजल में एलोवेरा का रस मिलाकर त्वचा पर लगाने से त्वचा की खोई नमी लौटती है।
-एलोवेरा के गूदे में मुलतानी मिट्टी या चंदन पावडर मिलाकर लगाने से त्वचा के कील-मुंहासे आदि लंबे समय के लिए मिट जाते हैं।
-चूंकि यह पौधा कम पानी और कम उर्वरक मिट्टी में भी आसानी से पनप सकता है, इसलिए आप इसे बड़ी आसानी से ही अपने घर में छोटे छोटे गमलों में लगा सकते हैं।
-यह जलने कटने के घावों पर मरहम की तरह काम करने के साथ साथ उनके निशानों पर भी अच्छी तरह काम करता है।
-इसके अलावा एलोवेरा को रक्त शोधन, पाचन क्रिया के लिए काफी गुणकारी और सहायक भी माना जाता है।
-यह इसलिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह केवल एक पक्ष की अवधि के दौरान ही अपना असर दिखाने में सक्षम है।
-नियमित रूप से एलोवेरा जूस को पीने से शरीर में नयी ऊर्जा का संचार होता है।
-एलोवेरा जूस के सेवन से त्वचा में निखार आने लगता है। इसके नियमित सेवन से आपकी त्वचा लंबे समय तक जवां और चमकदार लगती है।
-इसको सिर्फ रोजाना पीने से या बालों में लगाने से चमक आती है, रूसी दूर हो जाती है और टेक्सचर भी अच्छा हो जाता है।
-एलोवेरा में बैक्टीरिया और फंगस से लड़ने की अद्भुत क्षमता होती है। ये डैंड्रफ दूर करने में काफी उपयोगी है।
-इसके एंटी फंगल गुणों के कारण यह त्वचा पर फंगल इन्फेक्शन में काफी आराम देकर इन्हे जल्दी ठीक भी कर देता है।
-एलोवेरा का कोई भी अतिरिक्त प्रभाव नहीं होता। शरीर में रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाकर खून की कमी को पूरा करता है।
-इसका नियमित उपयोग करके लंबी उम्र तक स्वस्थ रहा जा सकता है। आप बड़ी ही सुविधा के साथ आरोग्य पा सकते हैं।
-वज़न घटाना बहुत लोगों के लिए आजकल एक सामान्य और आसान सा काम नहीं रहा। परंतु एलोवेरा जूस के नियमित इस्तेमाल से वजन बड़ी आसानी से घट जाता है।
-इसका आप घरेलू फेसवास बना कर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
-एलोवेरा के रस में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर सिर में लगाने से सिर दर्द में आराम पहुँचता है।
-बहुत ही कम लोग जानते हैं कि एलोवेरा का जूस पीने से पीलिया में भी फायदा पहुँचता है।
-गर्भावस्था के दौरान पेट पर आने वाले स्ट्रेच मार्क्स दूर करने में एलोवेरा बेहद लाभकारी है।
-एलोवेरा के गूदे से मसाज करने पर त्वचा खींची हुई होती है। इसमें मौजूद एंजाइम ढीली पड़ चुकी त्वचा को हटाकर नयी त्वचा को नमी से युक्त रखते है।
-आजकल बहुत ही कम उम्र के बच्चों को भी चश्मा चढ़ गया है। ऐसे में आंवला और जामुन के साथ एलोवेरा का उपयोग करने से ये आंखों का भी बचाव करता है और साथ ही साथ बालों को मजबूती मिलती है।
-शेव करने के बाद अगर चेहरा कट जाता है या फिर जलन होने लगती है, तो ऐसे में एलोवेरा का जेल एक ऑफ्टर शेव की तरह भी काम करता है।
-एलोवेरा में सूर्य की पराबैंगनी किरणों से बचाने की क्षमता होती है। ऐसे में इसका एक सनस्क्रीन की तरह इस्तेमाल हो सकता है।
-इसके एंटी ऑक्सीडेंट नमी को बनाए रखने में मदद करते हैं।
-इसका इस्तेमाल मोइश्चराइजर के निर्माण में किया जाता है, क्योंकि यह किसी भी किस्म की त्वचा पर उत्तम है।