इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुधीर कुमार डेहरिया का कहना है कि मौसमी बीमारियों को देखते हुए साधारण सर्दी और जुकाम वाले रोगी भी कोविड-19 के लक्षण नजर आने पर जिला अस्पताल की ओपीडी में उपस्थित हो सकते हैं। सबी संदिग्ध व्यक्ति आईएलआई लक्षण वाले, जिन्होंने पिछले 14 दिनों में विदेश यात्रा की हो, जो प्रयोगशाला द्वारा पुष्टि किए गए केस के संपर्क में आए हों। सभी संदिग्ध व्यक्ति जो हॉट स्पाट अथवा कन्टेंमेंट जोन में रहते हों, सभी अस्पताल में भर्ती मरीज, जिनमें आईएलआई के लक्षण नजर आए हों, वो सभी अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट जरूर करा लें।
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दिशा-निर्देश जारी
अपर मुख्य सचिव की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा कोविड-19 रोगी की क्लीनिकल स्थिति का आंकलन कर ऑक्सीजन की जरूरत, ऑक्सीजन की फ्लोदर तथा यथोचित सेचूरेशन नियंत्रित कर आक्सीजन थेरेपी का तर्क संगत इस्तेमाल सुनिश्चित करें। अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता के साथ अस्पतालों की क्षमता के अवलोकन के लिए नियमित रूप से ड्रॉय रन का आयोजन करें, सभी गंभीर रूप से संक्रमित पाए मरीजों की कांटेक्ट ट्रैसिंग सुनिश्चित करें, पर्याप्त वेंटिलेशन और मास्क का इस्तेमाल जरूर करें। ऐसे क्षेत्र जहां कोविड के ज्यादा प्रकरण आ रहे हों, वहां सर्विलांस गतिविधियों दोबारा शुरु करें। आगामी उत्सवों की तैयारियों के लिए जरूरी है कि कार्यकम आयोजकों द्वारा भीड़ का उचित प्रबंधन कराया जाए।