दोस्तों ने चलाई मुहिम तो जागी सरकार
करीब ढाई महीने अस्पताल में भर्ती रहने के बाद जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ तो जब्बार के दोस्तों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर उनके इलाज के लिए आर्थिक मदद करने की अपील की । इस कैंपेन के सोशल मीडिया में चलने के बाद सरकार हरकत में आई और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उनसे मिलने पहुंचे, लेकिन जब तक सरकार की मदद से जब्बार को इलाज मिलता उसके पहले ही उनका निधन हो गया। गुरुवार को किए ट्वीट में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उन्हें जल्दी इलाज के लिए बाहर भेजने का आश्वासन दिया था। गुरुवार दोपहर जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब्दुल जब्बार का हालचाल जानने अस्पताल पहुंचे तो उन्होंने परिवार से भरोसा रखने की अपील करते हुए उन्हें मुंबई भेजने की बात कही थी।