भोपाल में अभी 24 रूटों पर 368 सिटी बसें चलाई जा रही हैं। बीसीएलएल की करीब 170 बसों का संचालन कई महीनों से बंद पड़ा है। ऐसे में नई ई-बसें शुरू होने से राजधानीवासियों की आवागमन की समस्याएं काफी हद तक खत्म हो जाएंगी।
यह भी पढ़ें: श्योपुर में पुलिस की सख्ती, बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को नहीं करने दिया प्रवेश गौरतलब है कि पीएम ई-बस योजना में देशभर में 10 हजार इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य है। इसके अंतर्गत मध्यप्रदेश में 552 बसें चलाई जाएंगी। इनमें राजधानी भोपाल में 100 बसें चलाई जानी हैं। भोपाल के लिए सभी 100 ई बसें केंद्र सरकार ही देगी। इसके साथ ही केंद्र सरकार, इन ई बसों के संचालन के लिए 12 साल तक ऑपरेशनल एंड मेंटेनेंस कॉस्ट भी देगी।
भोपाल की नई इलेक्ट्रिक बसें 9 मीटर और 7 मीटर लंबाई की होंगी। इन ई बसों की बिजली सप्लाई सेपरेट रहेगी जिसका खर्च भी केंद्र सरकार उठाएगी। हालांकि इन बसों के लिए अभी करीब एक साल का इंतजार करना पड़ेगा। पहले ये ई बसें नए साल 2025 की शुरुआत में ही आनेवालीं थीं लेकिन अब इनकी डिलीवरी लटक गई है।
भोपाल में चलनेवाली नई ई बसों के लिए प्रक्रिया चल रही है। शहर के सभी प्रमुख रूटों पर इनका संचालन किया जाएगा। नई ई-बसों के लिए बैरागढ़ में 7.77 करोड़ में डिपो और आईएसबीटी में 4.53 करोड़ में चार्जिंग स्टेशन बनेगा। इसी प्रकार कस्तूरबा नगर में 8.34 करोड़ से डिपो और 4.80 करोड़ से बिजली का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा।
बीसीएलएल की सीईओ निधि सिंह बताती हैं कि पीएम ई-बस योजना में भोपाल में 100 ई-बसें चलाने की योजना है। ई-बसों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की डीपीआर बन चुकी है।