फूल सिंह बरैया को भिंड सीट से टिकट दिए जाने उनका टिकट काटे जाने पर कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया का दर्द छलका है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखते हुए अपने इसी दर्द को बयां किया है। उन्होंने लिखा कि ‘मध्यम वर्गीय परिवार से होते हुए पांच साल पेट काटकर क्षेत्र में संघर्ष किया, वफादारी, संघर्ष और ईमानदारी की खूब सजा मिली है मुझे।’
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कांग्रेस नेता देवाशीष जरारिया द्वारा सोशल मीडिया पर लिखे गए इस स्टेटमेंट के बाद उनके करीबियों का कहना है कि वो टिकट न मिलने पर पार्टी से नाखुश हैं। यही नहीं, सूत्रों से तो ये जानकारी सामने आई है कि चुनाव से पहले वो कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में भी जा सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो प्रदेश में न सही पर भिंड जिले में इसे कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना जाएगा।
आपको बता दें कि पिछली बार भिंड-दतिया लोकसभा सीट से देवाशीष जरारिया चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, उन्हें चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इसके बाद बी वो जिले में लगातार सक्रिय रहे और क्षेत्र की समस्याओं को हमेशा उठाते रहे। लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी की ओर से उन्हें टिकट नहीं दिया गया। देवाशीष जरारिया का कहना है कि, पार्टी के हितों को बनाए रखने के लिए उन्होंने अपनी सैलरी तक लगा दी।
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बता दें कि देवाशीष जरारिया द्वारा ये पोस्ट कांग्रेस के नामों की घोषणा करने के पहले ही कर दिया गया था। यानी उन्हें पहले से ही टिकट न दिए जाने के बारे में पता था। इस नाराजगी के बाद देवाशीष जरारिया ने दिग्विजय सिंह से ग्वालियर में मुलाकात भी की। दिग्विजय सिंह देवाशीष जरारिया को दिल्ली लेकर भी गए। जानकारी ये भी सामने आई है कि कांग्रेस देवाशीष जरारिया समझाकर मामले को शांत कराने में जुटी हुई है।