इस मामले में एक शर्मसार कर देने वाली घटना भी सामने आई। पुलिस द्वारा पंचनामा बनाए जाने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए असप्ताल पहुंचाना था। लेकिन लंबे गुड़ाभाग और इंतेजार के बाद भी जब शव ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली तो तब नगर परिषद की कचरा ढोने वाली ट्रैक्टर-ट्रॉली से शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया गया।
बताया जा रहा है कि 40 वर्षीय अजय पुत्र स्व शिवकुमार कुमार गुप्ता निवासी बिरखड़ी हाल वार्ड 7 मिहोना एक साल से अपने मौसेरे भाई सुरेश गुप्ता के घर में स्पेलर से सरसों की पिराई कर रहे थे। गुरुवार को रोज की तरह अजय घर से खाना खाने के बाद स्पेलर पर काम करने पहुंचा था। उसने जैसे ही स्पेलर में किसी कार्य के लिए हाथ डाला तो उसके हाथ में पहना हुआ चूड़ा नट मशीन में में फंस गया। इस दौरान मशीन चल गई, जिसमें फंसकर अजय की चंद मिनटों में मौत हो गई।
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कुछ देर बाद जब फैक्ट्री संचालक सुरेश गुप्ता मशीन के पास पहुंचे तो उन्होंने अजय का शव मशीन में फंसा देखा। इसके बाद उन्होंने तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दी।
स्पेलर में फंसे अजय के शव को निकालने में पुलिस को कड़ी मशक्त करनी पड़ी। पहले मशीन के एक-एक पुर्जे को खोला गया। जब जाकर करीब 2 घंटे बाद शव मशीन से बाहर निकाला जा सका। संचालक की सूचना पर सबसे पहले एंबुलेंस पहुंच गई थी, लेकिन शव न निकलने के कारण पायलेट एंबुलेंस लेकर चला गया, जिसके बाद नपा उपाध्यक्ष अजय चौधरी ने कार्यालय से कचरा ढोने वाला ट्रैक्टर-ट्रॉली मंगाकर शव को उसमें डलवाकर अस्पताल पहुंचाया।