भीलवाड़ा अफीम संभाग मं पांच साल पूर्व दो अफीम तोल केन्द्र थेए लेकिन भीलवाड़ा शहर तोल केन्द्र के समाप्त होने के बाद जिले में एक मात्र सिंगोली श्याम मंदिर स्थित तोल ही रह गया है। भीलवाड़ा अफीम संभाग में भीलवाड़ा व चित्तौडगढ़़ जिले के छह तहसील के 4870 काश्तकार है। अफीम संभाग में अफीम की सरकारी खरीद 6 मई से संभावित है।
चित्तौडगढ़़ सांसद सीपी जोशी ने केन्द्र सरकार को भेजे पत्र में सिंगोली श्याम के बजाए चित्तौडगढ़़ के बेगूं में अफीम तोल केन्द्र स्थापित करने की सिफारिश की है। जोशी ने केन्द्र को भेजे प्रस्ताव में बेंगू को सिंगोली के बजाए अधिक सुरक्षित बताया है। सांसद सीपी जोशी का प्रस्ताव सुर्खियों में आने के बाद भीलवाड़ा जिले के अफीम काश्तकार विरोध में आ गए। जिले के कोटड़ीए मांडलगढ़ए बिजौलियां व जहाजपुर तहसील के काश्तकारों के विरोध पर सांसद सुभाष बहेडिय़ा ने दिल्ली में जिले के काश्तकारों की पैरवी की। केन्द्र को भेजे पत्र में सांसद सुभाष बहेडिय़ा ने स्पष्ट किया कि सिंगोली श्याम में तोल केन्द्र 25 वर्ष से काम कर रहा है। यह तोल दोनों जिले के मध्य भी स्थित है। ऐसे में तोल केन्द्र को सिंगोली श्याम से हटाया जाता है तो वो गलत होगा।
सिंगोली सुरक्षित तोल केन्द्र
भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष बद्रीलाल तेली ने बताया कि सिंगोली में तोल सालों से सुरक्षित एवं सहज तरीके से हो रहा हैए दोनों जिले के किसान खुश है। किसी प्रकार का कोई विवाद नहीं हैए महज राजनीतिक तुल देने के लिए समूचे मामले को गलत दिशा में ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि केन्द्र ऐसा कोई निर्णय नहीं करेंए जिससे व्यवस्थाएं सुधरने के बजाए बिगड़े।