READ: कार चालक की झपकी से आधा दर्जन लोगों की जान पर बन आई, गड्ढे को कूदने के बाद पलटी कार, फिर मची चीख पुकार कवि सम्मेलन का आगाज सरस्वती वंदना के साथ हुआ। उदयपुर से आई कवियत्री किरणबाला ने ‘रवायत है मेरी अनंत तक फैल जाने की राष्ट्र को समर्पित करते हुए देशभक्ति पूर्ण रचना प्रस्तुत की। कोटा से आए गौरीशंकर सोनगरा ने ‘हमने अमन के फूल खिलाए कश्मीर की घाटी में जैसी ओजस्वी रचनाओं से पाकिस्तान की हरकतों को ललकारा। तारानगर के कवि किशोरकुमार निर्वाण ने राजनीति पर व्यंग करते हुए ‘हमें तुमसे लड़ा देंगे-तुम्हें हमसे भिड़ा देंगे, ये ठेकेदार मजहब के जलाकर लौ हवा देंगे।
READ: सीए—डे विशेष: देशभर की नामी कंपनियों में है हमारे सीए, बढ़ रहा है सीए की पढ़ाई में रुझान विषय पर प्रस्तुतियां देकर श्रोताओं का दिल जीता। कांकरोली से आए योगेंद्र ने ‘उठो एक बार ये बता दो बंदूक कैसे चलाते है सुनाकर तालियां बटोरी। वहीं बागौर के उदय उजाला ने अपने चुटीले व्यंग से दर्शकों को लोटपोट कर दिया। इससे पूर्व पीरूलाल सिरोया, गोपाल सोलंकी, दुर्गालाल सांखला, किशोर निर्बान, शिवलाल चौहान, राजेश आसेरी, रमेश डाबी, योगेश जीनगर, बसंत सांकला, नंदकिशोर चौहान व भैरूलाल खत्री ने कवियों का बहुमान कर सम्मान किया।
युवाओं ने निकाली वाहन रैली समिति द्वारा आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम के तहत शनिवार को सुबह 10 बजे पशु चिकित्सालय के पास स्थित जीनगर भवन से वाहन रैली निकाली। युवाओं ने ‘शहीद बीरबल सिंह ढालिया अमर रहे.. ‘वंदेमातरम’ भारतमाता की जय के नारे लगाए। शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई रैली स्टेशन चौराहा, गोल प्याऊ चौराहा व सूचना केंद्र चौराहा होते हुए पुन: भवन पहुंची। रैली में देशभक्ति का माहौल देख बाजारों में नागरिकों व सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया।
वहीं शाम 7 बजे जीनगर समाज द्वारा समाज के भवन में दीपदान कर अमर शहीद ढालिया को भावभिनी श्रद्धांजली दी गई। तत्पश्चात भवन में ही वरिष्ठजन सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मीडिया प्रभारी मुकेशकुमार सिरोया ने बताया कि इस दौरान समाज के 80 वर्ष से अधिक आयु वाले 10 वरिष्ठजनों का अतिथियों ने साफा बांध, शॉल ओढ़ाकर व श्रीफल भेंट करके सम्मानित किया। आयोजन के तहत रविवार को सुबह 10 बजे रक्तदान शिविर का आयोजन होगा।