राजस्थान पत्रिका ने 6 अप्रेल 2024 के अंक में ‘ विवेक की मौत पर उठे सवाल’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर घटना स्थल के हालात पर सवाल उठाए थे। समाचार में खुलासा किया था कि खुदकुशी की घटना गुरुवार सुबह दोनों हाथों की नसें काटना और अत्याधिक रक्तस्राव होना माना जा रहा था, लेकिन घटना स्थल पर खून के धब्बे पांच से सात घंटे पुराने थे। शव फंदे पर था या कुर्सी पर, मौके पर मिले सुसाइड नोट में किन्हें जिम्मेदार बताया गया, आदि ऐसे सवाल उठाए थे।
विवेक धाकड़ सुभाषनगर िस्थत आवास पर अपने पिता कन्हैया लाल धाकड़ के कमरे के भीतरी हिस्से में सटे कक्ष में 4 अप्रेल की सुबह मृत मिले थे। कुर्सी के समीप खून के धब्बे फैले हुए थे, पंलग के ऊपर पंखे पर साफे से बना फंदा लटका हुआ था। मुताबिक घटना के वक्त विवेक के दोनों हाथों की नसें कटी हुई थी। पुलिस के अनुसार पिता कन्हैयालाल धाकड़ के सुबह की सैर से घर लौटने पर घटना की जानकारी हुई। घटना के वक्त विवेक की पत्नी पद्मनी बेटी के लिए स्कूल का लंच बॉक्स तैयार कर रही थी।
पद्मनी ने पुलिस को बताया कि विवेक रात को देर से आए थे, बेटी की तबीयत ठीक नहीं होने से वह पिता के कमरे से सटे कक्ष में ही सो गए थे। वही पड़ोसियों ने पद्मनी व उसकी बेटी के साथ किसी प्रकार की अनहोनी की आशंका पुलिस को सूचना देकर जताई थी, पुलिस बाद में दोनों को वहां से ले भी गई थी।
सुभाषनगर पुलिस ने बाद में शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया। एमजीएच के चिकित्सकों की मेडिकल बोर्ड की टीम ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट सुभाषनगर पुलिस को सौंप दी है। इधर, पुलिस ने प्रकरण में विवेक के मोबाइल की कॉल डिटेल निकालने, सीसी कैमरे खंगालने, विवेक के पिता व बहनों से पूछताछ करने तथा पत्नी के बयान लेने तथा घटना स्थल पर सर्वप्रथम पहुंचे लोगों से पूछताछ करते हुए जांच को गति देने की बात कही है।