Mahakumbh 2025: जयपुर से लंदन जाना सस्ता, प्रयागराज जाना महंगा; उधर, ट्रेनें फुल, वंदेभारत ट्रेन में वेटिंग 200 तक
इससे फायदे
इस यार्न से तैयार कपड़े से त्वचा पर एलर्जी नहीं होती। गर्मी में स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। धागा लंबा व ज्यादा टिकाऊ रेशे वाला होता है। विदेशी कम्पनियां यह यार्न खरीदने से पहले कुछ कम्पनियों से प्रमाणपत्र लेती है। जांच ग्लोबल ऑर्गेनिक टेक्सटाइल स्टैंडर्ड यूएसडीए, जीओटीएस और ओईकेओ-टेक्स जैसे प्रमाण लिए जाते हैं।कपास की जैविक खेती
ऑर्गेनिक कॉटन या जैविक कपास प्राकृतिक तरीके से उगाया जाता है। इसमें किसी सिंथेटिक कृषि रसायन, कीटनाशक, उर्वरक या ट्रांसजेनिक तकनीक इस्तेमाल नहीं की जाती है। जैविक कपास उगाने को स्वीकृत कीटनाशक दवा का उपयोग किया जाता है। बीटी कॉटन के मुकाबले इसमें पानी की मात्रा कम चाहिए।रेलवे पर करगिल में तिरंगा लहराते फौजी और लोक देवता की पेंटिंग में दिखेगा शेखावाटी लुक, इसी साल से शुरू होगा स्टेशन का नया भवन
यूरोपीय देश व अमरीका में ऑर्गेनिक कॉटन यार्न की मांग बढ़ी है। भीलवाड़ा की कुछ स्पिनिंग इकाइयां इसका उत्पादन और निर्यात कर रही है। इनसे निर्मित कपड़े ऑर्गेनिक व इको फ्रेंडली होते हैं। ऑर्गेनिक सूती कपड़ा ऑर्गेनिक कपास से तैयार किया जाता है। ऑर्गेनिक या हर्बल फैशन लाइन में कार्बनिक कॉटन, बैंबू फेब्रिक, हाथ से बुनी खादी का उपयोग करते हैं।-आरके जैन, महासचिव मेवाड़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स भीलवाड़ा