प्रबंध संचालक बिमल कुमार पाठक ने बताया कि यूएचटी प्लांट के अतिरिक्त भीलवाड़ा संघ में 150 टन प्रतिदिन क्षमता के नवीन अत्याधुनिक बाइपास प्रोटीन संयंत्र की स्थापना वर्ष 2025 में पूरी कर लिया जाएगा। नए बटर प्लांट के माध्यम से उच्चतम तकनीक से वाइट बटर का निर्माण किया जाएगा।
पाठक ने बताया कि यूएचटी प्लांट में दूध या क्रीम को 135-154 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 1-8 सेकंड के लिए गर्म किया जाता है। इस प्रक्रिया से दूध में पाए जाने वाले ज़्यादातर सूक्ष्मजीव नष्ट हो जाते हैं। इससे दूध की शेल्फ लाइफ बढ़ जाती है। यूएचटी प्लांट से तैयार दूध को विशेष पैकेज में रखा जाता है। इससे यह बिना गर्मी के 6 से 9 माह तक सुरक्षित रहता है। पैकेट खोलने के बाद यूएचटी दूध का खराब होने का समय पारंपरिक रूप से पाश्चुराइज़्ड दूध के समान ही होता है।