विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने आश्रम पहुंचकर संतों-महात्माओं के दर्शन किए। उन्होंने सनातन धर्म का पाश्चात्य शैली से तुलना की। देवनानी का महापौर राकेश पाठक, विधायक गोपाल खंडेलवाल व लादूलाल पितलिया आदि ने स्वागत किया।
महंत हंसराम उदासीन ने ऐसी किरपा मोहे करो, संतन चरण हमारो माथा भजन गाया। बाबा शेवाराम के जीवन प्रसंग सुनाए। संत मायाराम, राजाराम, गोविंदराम एवं ब्रह्मचारी इंद्रदेव, सिध्दार्थ,कुणाल, मिहिर ने बाबाजी की धुनी एवं भजनों ने गुरुओं का गुणगान किया। शाम को सत्संग व प्रवचन हुए। सिद्धों की समाधियों पर पूजन हुआ। चादरें चढ़ाई गई। रात्रि में सुख शांति की प्रार्थना की गई। महंत स्वरूपदास, महंत हनुमानराम, महंत अमरदास, स्वामी अर्जनदास, स्वामी मोहनदास, संत संतराम (चंदन), संत किशनलाल, पं. नवीन, कमल, विजय शास्त्री आदि उपस्थित रहे।