इस ब्रिज के आगे केंवटी तक के छोटे पुल और पुलिया के काम पूरे होने को है और कहीं-कही टै्रक पर स्लीपर बिछाने का काम भी चल रहा है और उम्मीद है कि 2019 के मई तक केंवटी तक ट्रेन दौडऩे लगेगी। चुनाव खत्म होते ही एक बार फिर एसएसबी की सुरक्षा में फिर से रेवले ट्रेक का काम अब जोरशोर से आगे बढ़ेगा।
केंवटी में बीएसपी अपना यार्ड तैयार करने की योजना बना रह है। जब तक माइंस तक ट्रैक का काम पूरा नहीं हो जाता। तब तक बीएसपी के लिए माइंस को केंवटी स्टेशन से ही मालगाड़ी के जरिए भेजा जाएगा। इसके लिए माइंस एरिया से करीब 52 किलोमीटर का सफर सड़क मार्ग से तय करना होगा।
हालांकि यार्ड बनने और यहां से मालगाड़ी चलाने का काम भी 2020 तक ही संभव हो पाएगा,लेकिन यहां के स्टेशन को इसी प्लानिंग के तहत ही बनाया जा रहा है। एसएसबी के अधिकारियों की मानें तो सबसे ज्यादा दिक्कत खंडी नदी के पुल को लेकर आ रही है। यहां पुल के तीन पिलर तैयार हो चुके है। चौथे पिलर का काम चल रहा है। केंवटी तक इस आठ किमी के बीच कुल 12 पुल और पुलिया बनने हैं।
डीआईजी एसएसबी सेक्टर भिलाई, वी. विक्रमन ने बताया कि केंवटी तक रेललाइन पूरी करने का टारगेट मई 2019 तक का दिया गया है। बारिश और इलेक्शन की वजह से काम रूका हुआ था। इलेक्शन में एसएसबी को भी सिक्यूरिटी की जिम्मेदारी मिली थी। अब फोर्स की वापसी के बाद वर्किंग एरिया में फिर से फोर्स तैनात होगी और काम तेजी से होगा।