255 घरों में किए संपर्क
बीईटीओ स्वास्थ्य सुपरवाइजर ने बताया कि गर्भवती 12 व कुल 25 शिशुवती महिलाओं व 225 लोगों को वितरण किए। इस दौरान 255 घरों में संपर्क कर जागरूक भी किए। मेडिकल आफिसर डॉक्टर भुनेश्वर कठौतिया ने बताया कि मलेरिया रोग से बचने जागरूकता अभियान जरूरी है, साफ सफाई करते हुए पानी जमाव के क्षेत्र गंदगी को रोकने जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि मलेरिया से बचाव में अहम भूमिका स्वयं की होती है, कोई भी बुखार को मलेरिया मानकर चलें, खून जांच अवश्य करवाएं और पॉजिटिव आने पर समीप के शासकीय अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार प्राप्त करें।
यह है लक्ष्ण
खंड चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आशीष शर्मा ने बताया कि लक्षणों को जानना जरूरी है। ठंड व कंपकंपी के साथ बुखार और पसीने के साथ बुखार का उतरना, सरदर्द, एक दिन या दो दिन छोड़कर बुखार आना इसका प्रमुख लक्षण है।