नोजल से पेट्रोल की जगह पानी निकलने लगा जैसे ही मशीन को ऑन किया गया नोजल से पेट्रोल की जगह पानी निकलने लगा। पानी से पेट्रोल की गंध आ रही थी और सतह में पेट्रोल क ा लेयर भी था। इसे देख अधिकारियों ने बाल्टी में लिए गए पानी का सैंपल जांच के लिए जब्त किया और तत्काल पेट्रोल पंप को बंद करवाया। अधिकारियों ने निर्देश दिया है कि बिना अनुमति के पेट्रोल पंप को चालू नहीं करना है। जांच करने गए अधिकारियों में सहायक खाद्य अधिकारी एफएन द्विवेदी व खाद्य निरीक्षक मनीष चितले भी थे।
टैंक में पानी या पेट्रोल?
विभाग के अधिकारियों ने पेट्रोल पंप के लिए बनाए भूमिगत पेट्रोल की जांच की तो उसमें 2137 लीटर पेट्रोल मिला। अधिकारी यह नहीं बता पाए कि वास्तव में टैंक में पानी मिश्रीत पेट्रोल है या फिर शुद्ध पेट्रोल हैं। अधिकारियों ने कहा कि जांच रिपोर्ट के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
दो दिनों के अंतर 6000 लीटर पेट्रोल की बिक्री
इस पंप में पेट्रोल व डीजल दोनो बेचा जाता है। त्योहार मेेें डिमांड को देखते हुए पेट्रोल पंप के संचालक ने सोमवार को डिपो से पेट्रोल व डीजल मंगाकर स्टोर किया था। बताया जाता है कि तीन दिनों में कुल 6000 हजार लीटर पेट्रोल बेचा गया है।
ऐसे हुआ खुलासा अपने वाहन में पेट्रोल डलाने के बाद वाहन के बार बार बंद होने से लोग परेशान थे। मंगलवार को यह बात जोगी कांग्रेस के युवा नेता विवेक मिश्रा और इलियास चौहान को मालूम हुआ। दोनों बुधवार को सुबह आठ बजे अपने साथी गांधी चौक निवासी कैलाश पंथ को बाइक लेकर पेट्रोल लेने भेजा। सौ रुपए का पेट्रोल लेने के बाद कैलाश की बाइक भी कुछ देर चलने के बाद बंद हो गई। इसके बाद विवेक मिश्रा ने बाइक के पेट्रोल टैंक से पाइप की मदद से पेट्रोल निकाल।जब पेट्रोल की जगह पानी निकलने लगा तो उन्होंने खाद्य विभाग में शिकायत की।
एएसपी ने कहा फुड विभाग को करिए शिकायत
विवेक मिश्रा ने पेट्रोल पंप पहुंचकर सबसे पहले एएसपी शशिमोहन को फोन पर घटना की जानकारी दी। शिकायत सुनने के बाद एएसपी ने तत्काल एडीएम को सूचित करने कहा। एडीएम के निर्देश पर खाद्य विभाग के अधिकारी सीपी दीपाकंर व अन्य अधिकारी जांच करने तत्काल पेट्रोल पंप पहुंचे।
सैंपल लैब भेजा गया
खाद्य नियंत्रक सीपी दीपांकर ने बताया कि नोजल से पेट्रोल की जगह पानी निकला। जिसे जब्त कर जांच के लिए लैब भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में खुलसा हुआ है कि भूमिगत टैंक में पानी सीपेज के कारण जमा हो रहा है। यह शिकायत पेट्रोल पंप में आती ही है। लैब से रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।