2017 को काम कंप्लीट कर जीम का उद्घाटन कराने का वादा किया। जीम के लिए अन्य मशीन नहीं भेजी। 67 लाख रुपए बतौर एडवांस कंपनी को भेजा। कंपनी के सीईओ बेंगलुरु एचएसआर ले आउट निवासी डॉ. बसरावली ने आयुष द्वारा ऑर्डर की गई मशीन नहीं भेजा और पूरी राशि हड़प ली। आरोपी विक्रम ने दिल्ली में भी जीम के नाम पर लाखों रुपए का गबन किया है। दो राज्यों की पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।
कुशवाहा ने दो साल से पेंडिंग मामले की फाइल खोली। तत्काल टीम गठित की। विक्रम के मोबाइल लोकेशन को साइबर सेल की मदद से निकाला। तत्काल टीम को बेंगलुरु के लिए रवाना किया। बिक्रम को उसके ऑफिस में ही दबोच लिया। पुलिस उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आई है। एएसपी शहर रोहित कुमार झा ने बताया कि अमानत में खयानत का आरोपी दो साल से फरार था। मोबाइल लोकेशन बेंगलुरु में मिला। तत्काल टीम को रवाना किया। उसे गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर लाया गया। उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।