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भिलाई

बुजुर्गों की सेवाओं में आज भी जुटी हैं डॉक्टर आभा

2496 परिवार के मामलों को सुलझाया,

भिलाईAug 21, 2022 / 10:00 pm

Abdul Salam

बुजुर्गों की सेवाओं में आज भी जुटी हैं डॉक्टर आभा

बुजुर्गों की सेवाओं में आज भी जुटी हैं डॉक्टर आभा

भिलाई. शहर की यह एकलौती चिकित्सक है जिन्होंने न सिर्फ लोगों की जिंदगी बचाई बल्कि हजारों परिवारों को टूटने से बचाया। इसके साथ-साथ वह बुजुर्गों की सेवा में लंबे समय से जुटी रही हैं, उनकी सेहत बेहतर रहे इसके लिए नि:शुल्क चिकित्सा शिविर के माध्यम से वह इलाज भी करवाती रही हैं। बेहतर काम की वजह से नेशनल कॅरियर काउंसलर डॉक्टर आभा शशि कुमार (62 साल) को काउन्सेलर कौंसिल ऑफ इंडिया (सीसीआई) के छत्तीसगढ़ चैप्टर का प्रभारी नियुक्त किया गया।

बुजुर्गों की सेवा में अब भी दे रही हैं समय
वह अब खुद सीनियर सिटिजन की कतार में खड़ी हैं, लेकिन बुजुर्गों की सेवा करने का काम बंद नहीं किया है। वह वृद्धाश्रमों में जाकर खाद्य सामग्री पहुंचाती हैं। बुजुर्गो के लिए रक्तदान शिविर भी लगवाया। इसके साथ-साथ आश्रम में रहने वाले बुजुर्गों को नए कपड़े देकर उनकी खिदमत करने का काम भी वह दो दशक से अधिक समय से कर रही हैं। उन्होंने बताया कि बुजुर्गों की दुआओं से सब काम अच्छा होता है।

2498 परिवार को दिया परामर्श
आभा ने महिला थाना दुर्ग में करीब 30 साल तक परिवारों को जोडऩे का काम किया। यहां उन्होंने 2496 परिवार के मामलों को सुलझाया। जिसमें अधिक से अधिक परिवारों को जोडऩे के लिए उन्होंने दोनों ही पक्ष को सुलह के लिए राजी कराने का काम किया।

महिलाओं व बच्चों की भी सेवा
केंद्रीय जेल में बंद महिलाओं व बच्चों को किताब, बैग जैसी सामग्री भी देने का काम 15 सालों से वह कर रही हैं। उनका कहना है कि बच्चों को शिक्षा से जोड़कर रखने से उनको अधिकार की जानकारी मिलती है। यह हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।

2100 परिवार को दिया कानूनी सलाह
अब तक उन्होंने करीब 2100 परिवार को मुफ्त में कानूनी सलाह दिया है। जिससे वे बिना विवाद के मसलों को सुलझा सके। इसमें से बहुत से परिवार अब भी उनसे घरेलू मामले को सुलझाने के लिए आते हैं। घर-घर तिरंगा अभियान से भी वह जुड़ी और स्कूलों, एसएसबी मुख्यालय में झंडों का वितरण किया।

नशा मुक्ति के क्षेत्र में किया काम
उन्होंने बताया कि युवाओं को नशा नरक की ओर लेकर जा रहा है। इससे उनको बचाने की जरूरत है। यही वजह है कि नशा मुक्ति के क्षेत्र में वह काम बढ़चढ़ कर करती रही हैं। इसके बाद भी जिले में नशा करने वालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है। इस दिशा में और लोगों को मिलकर बड़ी मुहीम चलानी होगी। तब जाकर युवा वर्ग को इससे सुरक्षित रखा जा सकता है। नशा से युवा मानसिक रोग से ग्रसित हो रहे हैं। जिससे खुदकुशी करने वालों में इनकी तादात बढ़ रही है।

22 गांव में जागृति शिविर
स्मल क्षेत्र में वह सामाजिक और कानूनी विषयों को लेकर जागरूकता शिविर लगा रही है। जिसमें कानून की बुनियादी जानकारी उनको दी जाती है, जिनकी शिक्षा शुरूआती दौर में ही खत्म हो चुकी है। इस तरह के काम वह जिला के करीब 22 गांव में कर रही हैं।

मानवीय सहायतार्थ 20 साल से समर्पित प्रमुख गतिविधियां व कार्य
– वृद्धावस्था संबंधी सामाजिक – विधिक परामर्श सेवाएं,
– नशा खोरी / व्यसनी निराकरण व पुर्नस्थापन सेवाएं,
– मनोव्यवहारिक जटिलताएं व मनोपरामर्श सेवाएं,
– परिवारिक व वैवाहिक असामंजस्य संबंधी परामर्श,
– महिला व बाल प्रताडऩा संबंधी परामर्श,
– मानवाधिकार – अतिक्रमण के लिए सहायता परामर्श,
– बाल निर्देशन व शैक्षणिक – व्यवसायिक / कैरियर परामर्श सेवाएं,

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