आवेदन करते समय अभ्यर्थियों को फार्म के कॉलम में केंद्र के लिए शहर का चुनाव करना है, जिसमें दुर्ग जिला शामिल नहीं है। सिर्फ बिलासपुर और रायपुर ही विकल्प के तौर पर दिखाई दे रहे हैं। दुर्ग जिले में एक संस्थान सहित प्रदेश के चुनिंदा कॉलेजों में बीएड का यह स्पेशल कोर्स संचालित हो रहा है। इसकी लिमिटेड सीटों के लिए भी जिले से सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल होंगे, जिनको परीक्षा देने लंबा सफर करना होगा।
सामान्य बीएड या डीएलएड के लिए ग्रेजुएशन जरूरी होता है। वहीं इस एकीकृत बीएड (बीए-बीएड और बीएससी बीएड) का विशेष कोर्स है, जिसमें अभ्यर्थी सीधे 12वीं के बाद प्रवेश ले सकते हैं। एकीकृत बीएड चार वर्षीय पाठ्यक्रम हैं, जिसमें प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी ग्रेजुएट करते हुए ही बीएड की डिग्री भी हासिल कर लेते हैं।
व्यापमं ने बीएड और एकीकृत बीएड के लिए आवेदन शुरू कर दिया है। संभावित परीक्षा तिथि भी घोषित की गई है। व्यापमं के शेड्यूल से बीएड और डीएलएड के आवेदन 24 मार्च तक भरे जाएंगे। व्यापमं ने ऑनलाइन आवेदन में हुई त्रृटियों को सुधारने के लिए 25 से 27 मार्च का समय दिया है। प्री-बीएड प्रवेश परीक्षा 2 जून सुबह की पाली में होगी, वहीं दोपहर की पाली में इसी दिन प्री-डीएलएड की परीक्षा ली जाएगी। इन तमाम प्रवेश परीक्षाओं का व्यापमं से रिजल्ट जारी होने के बाद राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद काउंसलिंग शुरू कराएगा।
एकीकृत बीएड, बीए बीएड और बीएससी बीड में आवेदन करने वालों की संख्या कम होती है। इसलिए फैसला लिया गया है कि यह परीक्षा सिर्फ दो जिला मुख्यालयों में होगी। रायपुर और बिलासपुर केंद्र बनेंगे। दुर्ग जिले को शामिल नहीं किया गया है।
-सुधीर उर्पित, परीक्षा नियंत्रक, व्यापमं