मिल के कर्मियों ने सुनाया दुखड़ा स्टील ठेका श्रमिक यूनियन, इंटक के दफ्तर में भिलाई इस्पात संयंत्र के कोकोवन, प्लेट मिल व मर्चेंट मिल के श्रमिकों की बैठक हुई। इसमें ठेका श्रमिकों ने बताया कि किस तरह से उनके सीपीएफ अकाउंट में पूरी रकम जमा नहीं किया जा रहा है। यूनियन के अध्यक्ष संजय साहू ने बताया कि श्रमिकों से लिखित शिकायत लेकर भिलाई इस्पात संयंत्र के ठेका प्रकोष्ठ विभाग व सीपीएफ कमिश्नर रायपुर से शिकायत की जाएगी व उचित कार्रवाई की मांग की जाएगी।
पूरा बोनस नहीं दे रही एजेंसी श्रमिकों ने बताया कि बीएसपी में ठेका कंपनियों ने निर्धारित 8.33 प्रतिशत की राशि कुछ कंपनियों को छोडक़र अधिकांश ठेका कंपनियों ने 3000 से 5000 रुपए तक ही बोनस श्रमिकों के बैंक खातों में डाली है, जो कि निर्धारित राशि से बहुत कम है। श्रमिकों को उनके उपस्थिति के अनुसार पूरा बोनस दिलाने के लिए स्टील ठेका श्रमिक यूनियन इंटक के प्रतिनिधि मंडल, प्रबंधन से श्रमिकों के बैंक अकाउंट का विवरण सहित शिकायत की जाएगी।
पेंशन में आ रही दिक्कत भिलाई इस्पात संयंत्र में 35 साल तक ठेका श्रमिक के रूप में कार्य करने के बाद सेवानिवृत हो चुके एचएसएलटी ठेका श्रमिकों केवाईसी के लिए ठेका प्रकोष्ठ विभाग में आवेदन दिया है। ठेका प्रकोष्ठ विभाग सुधार कर उसे वित्त विभाग में भेजा जा रहा है, लेकिन वित्त विभाग से हर बार श्रमिकों के केवाईसी की फाइल को वापस आईआर विभाग में भेज दिया जाता है। इसके कारण एचएसएलटी ठेका श्रमिकों के केवाईसी नहीं होने से पेंशन नहीं मिल पा रहा है। श्रमिकों को सेवानिवृत हुए तीन से पांच साल की अवधि हो चुकी है। वह लगातार बीएसपी के ठेका प्रकोष्ठ विभाग में शिकायत के बाद भी अभी तक उनका केवाईसी नहीं हो पाया है। सभी श्रमिकों ने आवेदन के साथ दस्तावेज जमा कर चुके हैं, इससे श्रमिकों में खासा आक्रोश है। बैठक में सीपी वर्मा, दीनानाथ सिंह, मनोहर लाल, आर दिनेश, गुरुदेव साहू, जसबीर सिंह, रिखीराम साहू, नारायण सुरेश कुमार टंडन मौजूद थे।