इससे पुलिस का वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। आश्चर्य की बात यह है कि पथराव की यह घटना पुलिस के सामने हुई है। क्योंकि विवाद की आशंका के चलते गांव में एक दिन पहले से ही पुलिस बल को तैनात किया गया था। इससे पूर्व दूसरे पक्ष की महिलाओं ने पुलिस के वाहनों के सामने खड़े होकर निकासी का विरोध किया। जानकारी के अनुसार दलित के विवाह में कुछ लोगों की ओर से उपद्रव मचाए जाने की आशंका पर गांव में सीओ ग्रामीण आकांक्षा के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया।
पुलिस की मौजूदगी में विवाह समारोह किया जाना था। सीओ ग्रामीण भरतपुर आकांक्षा ने बताया कि दो दिन पहले नौगाया निवासी राजवीर ने थाना चिकसाना पुलिस को एक प्रार्थना पत्र पेश किया कि वह दलित जाति से है। उसकी बहन की 11 जुलाई को शादी है, इसमें कुछ लोग उपद्रव मचा सकते हैं। इससे उसकी बहन के विवाह में व्यवधान पैदा हो सकता है।
इस पर एसएचओ चिकसाना देरावर सिंह ने संवदेनशीलता बरतते हुए शिकायत को गंभीरता से लिया। साथ ही इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत कराया। इस पर उच्च अधिकारियों के निर्देश पर विवाह समारोह से एक दिन पूर्व ही 10 जुलाई को गांव नौगाया में विवाह स्थल पर पुलिस का जाब्ता तैनात कर दिया। इतना ही नहीं जिन लोगों की ओर से विवाह समारोह में उत्पात मचाने की आशंका जताई गई थी, उन्हें चिन्हित कर एहतियात के तौर पर उन लोगों की समझाइश करने के साथ हिदायत भी दी गई। रात करीब पौने नौ बजे जब बारात आने पर निकासी शुरू की गई तो अचानक बारिश शुरू हो गई।
ऐसे में बीच में निकासी को रोकना पड़ा। बारिश बंद होने के बाद जब निकासी शुरू की गई तो दूसरे पक्ष की महिलाओं ने विरोध शुरू कर दिया। पुलिस के वाहनों के सामने खड़े होकर बारात निकासी का विरोध जताया। कुछ देर बाद ही निकासी के रास्ते में कुछ असामाजिक तत्वों ने एक दीवार को गिरा दिया, जो कि पुलिस के एक वाहन पर जाकर गिरी। कुछ लोगों ने पथराव भी कर दिया। इसमें रामचरण पुत्र तूफान में (70) कैलूरी, वेदपाल पुत्र विजय सिंह नौगाया घायल हो गए। इन्हें आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाकी लोगों को छिटपुट चोट आई हैं।
पुलिस को उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया। हालांकि पुलिस ने फायरिंग की घटना से इंकार कर दिया है। घटना की सूचना पर एसपी मृदुल कच्छावा भी देर रात मौके पर पहुंचे। इसके बाद दलित दुल्हे की निकासी शांतिपूर्ण तरीके से निकाली गई। साथ ही गांव को पुलिस छावनी बना दिया गया। इस दौरान एसडीएम रवि कुमार, तहसीलदार अक्षय प्रेम चेरवाल, एएसपी मुयालय लालचंद कायल सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
पीड़ित बोला… पुलिस को बता दिया था
राजवीर ने बताया कि उसकी बहन की शादी में विवाद होने की आशंका पर एसडीएम, कलक्टर, संभागीय आयुक्त को पत्र देकर बता दिया था कि गांव में बारात नहीं निकलने देंगे। पुलिस के सामने ही जब निकासी निकलने लगी तो भूरी ठाकुर, सहदेव, देशराज के मकान आए तो बारात को रोकना चाहा तो दीवार गिरा दी। पुलिस की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ असामाजिक तत्वों की ओर से पुरानी दीवार को गिरा दिया गया, जो कि पुलिस की गाड़ी पर आकर गिरी। दो लोग घायल हुए हैं। बारात शांतिपूर्ण तरीके से घर तक पहुंची है। फायरिंग की कोई घटना नहीं हुई है। पुलिस की मौजूदगी में शादी कराई जा रही है। पुलिस व प्रशासन गांव में मौजूद है। गांव में अब शांति है।
मृदुल कच्छावा, एसपी भरतपुर