Religious Conversion Case : राजस्थान के इस जिले में यूं चल रहा धर्मांतरण का खेल, जानें कब-कब सामने आए ऐसे मामले
Bharatpur Religious Conversion Case : राजस्थान के भरतपुर जिले में पहली बार धर्मांतरण का मामला सामने नहीं आया है। यहां पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है। जानिए, कब कब ऐसे मामले सामने आए हैं।
Rajasthan Religious Conversion Case : भरतपुर। राजस्थान के भरतपुर जिले में धर्म परिवर्तन मामला सामने आने से हर कोई हैरान है। दरअसल, सिमको रेलवे फाटक संख्या 39 के निकट एक मकान में शुक्रवार विश्व हिंदू परिषद् के कार्यकर्ताओं ने सभा में घुसकर धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया को रोकने की कोशिश की तो जमकर हंगामा हुआ।
भरतपुर जिले में सिमको रेलवे फाटक संख्या 39 के निकट हंगामे की सूचना मिलने पर थाना मथुरा गेट पुलिस मौके पर पहुंची। शांतिभंग होते देख पुलिस ने मौके पर हंगामा कर रहे 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही एक व्यक्ति की ओर से की गई शिकायत को दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है, जब ऐसा मामला सामने आया है। पांच महीने पहले फरवरी माह में भी इस तरह का मामला सामने आया था।
असल में भरतपुर व डीग जिले में धर्मांतरण के कार्यक्रम कराकर पिछड़े वर्ग व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को टारगेट किया जा रहा है। गिरोह पहले ऐसे परेशान परिवारों की लिस्ट बनाता है, फिर उन्हें खुद से जोड़ने के लिए समझाता है। एक-दो कार्यक्रमों में उन्हें साधारण तरीके से बुलाया जाता है। तीसरे कार्यक्रम में उन्हें दिमागी रूप से धर्मांतरण के लिए मजबूत कर दिया जाता है। किसी को 10 हजार तो किसी को 20 हजार रुपए महीने तनख्वाह का भी लालच दिया जाता है।
अब ये मामले आ चुके सामने
-11 फरवरी 2024 को शहर के एक होटल में 20-20 हजार रुपए का लालच देकर लोगों को धर्मांतरण के लिए बुलाया गया था। जहां हंगामा होने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन आज तक एसआईटी गठित होने के बाद भी जांच तक नहीं की गई है।
-14 फरवरी 2024 को विश्व हिन्दू परिषद के जिलाध्यक्ष लाखन पहलवान के नेतृत्व में पदाधिकारियों ने पीपला गांव में दबिश दी थी। इसमें आयोजन स्थलों में मौजूद करीब 100 लोग मौके से खेतों के रास्ते से भाग निकले थे। पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
-19 अप्रेल 2023 को कुम्हेर के गांव सोगर निवासी एक दंपती को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। वे कामां में ईसाई धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। उनके पास से बाइबल, साहित्य, ईसा मसीह की जीवन कथा से जुड़े सामान बरामद हुए थे।
-29 अगस्त 2023 को नगर के 35 लोगों ने ईसाई से हिंदू धर्म को अपनाया था। वे कुछ लोगों के प्रलोभन देने के कारण हिंदू से ईसाई बन गए थे। हिंदू संगठनों के समझाने के बाद वह वापस से हिंदू धर्म की मुयधारा से जुड़ने को तैयार हुए।
-22 नवंबर 2022 को डीग जिले के कुम्हेर में एक संगठन की ओर से सामूहिक विवाह समेलन में 11 जोड़ों का सामूहिक विवाह करवाया गया। नव विवाहित जोड़ों का सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन करवाया गया। इन्होंने हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म ग्रहण किया। सभी को हिंदू धर्म त्यागकर बौद्ध धर्म अपनाने की 22 शपथ दिलाई गई।
-26 अप्रेल 2022 को 22 वर्षीय एक विवाहिता ने बलात्कार के बाद आरोपियों पर धर्म परिवर्तन कराने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए कामां थाने में मामला दर्ज कराया। -पांच साल पहले सरमथुरा की आंगई ग्राम पंचायत के जिदापुर गांव में कुछ लोगों का दूसरे समाज में धर्मांतरण करने का मामला सामने आया था। इसमें कहा गया था कि यहां पर कई दिनों से दूसरे धर्म के लोग आ रहे हैं और लोभ-लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाने की बात कह रहे हैं और धर्म परिवर्तन करवाने के बाद नौकरी जैसे लाभों का आश्वासन दे रहे हैं।