scriptचंडीगढ़ में पार्षद डोर टू डोर पूछ रहे कंपनी की सफाई व्यवस्था कैसी… | How is the cleaning system of the company asking door to door? | Patrika News
भरतपुर

चंडीगढ़ में पार्षद डोर टू डोर पूछ रहे कंपनी की सफाई व्यवस्था कैसी…

-विरोधी गुट का आरोप: सरकारी धन की हो रही फिजूलखर्ची

भरतपुरJul 29, 2021 / 02:32 pm

Meghshyam Parashar

चंडीगढ़ में पार्षद डोर टू डोर पूछ रहे कंपनी की सफाई व्यवस्था कैसी...

चंडीगढ़ में पार्षद डोर टू डोर पूछ रहे कंपनी की सफाई व्यवस्था कैसी…

भरतपुर. नगर निगम के पार्षदों के दल ने बुधवार को चंडीगढ़ में डोर टू डोर जाकर कंपनी की सफाई व्यवस्था के बारे में पूछा। एक पार्षद ने वहां से सोशल मीडिया पर लाइव भी किया। इस पर आमजन ने रोचक कमेंट्स भी किए। हालांकि इसके बाद पार्षदों ने चंडीगढ़ नगर निगम जाकर बैठक में भाग लिया। जहां कंपनी की सफाई व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
इधर, विरोधी गुट के पार्षदों ने बैठक में विरोध व्यक्त करते हुए कहा कि शैक्षणिक भ्रमण पर नगर निगम के 22 पार्षद महापौर के नेतृत्व में चंडीगढ़ जाने का मामला सवालिया निशान खड़ा कर रहा है कि पार्षदों का शैक्षणिक भ्रमण सरकारी यात्रा है या निजी यात्रा। आज दिनांक तक कोई भी स्वीकृति जारी नहीं की गई है। इसके अतिरिक्त जिस वाहन से यात्रा करने के लिए पार्षद गए हुए हैं उस उस वाहन बस का नगर निगम स्तर पर कोई भी टेंडर या कोटेशन की कार्यवाही नहीं की गई, न किसी प्रकार का कोई कार्य आदेश जारी किया गया पार्षदों की यात्रा ठहरने खाने-पीने आदि के खर्चे के लिए नगर निगम से किसी प्रकार की राशि का आहरण नहीं किया गया न किसी प्रकार का अग्रिम भुगतान किया गया पार्षदों को चंडीगढ़ की यात्रा पर ले जाने से पूर्व प्रस्ताव के निर्णय के अनुसार अधिकृत रूप से 21 पार्षदों की कमेटी की घोषणा नहीं की गई है। पार्षद हरभान सिंह, राजेंद्र सिंह राजू, नरेंद्र सिंह भैया, मनोज सिंह, श्याम सुंदर गौड़, दाऊ दयाल शर्मा, शैलेश पाराशर, दीपक मुदगल, शिवानी दायमा, वीरमती सिंह, रेनू गोरावार, सुरेंद्र सिंह, नरेश जाटव, सुधा अनिल शर्मा, समंदर सिंह, भगवान सिंह जाटव, सुमन प्रेमपाल, कपिल फौजदार, राकेश पठानिया, किरन राना, मनीषा चौहान, विमलेश, नीरज चौधरी आदि ने विरोध व्यक्त किया है।
700 रुपए नहीं बल्कि 2500 रुपए है निगम का व्यय

एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि ऐसे किसी भ्रमण पर जो कि राज्य की राजधानी तक हो उसके लिए 700 रुपए प्रति भत्ता पार्षदों को मिलता है। इसमें भोजन व रहना शामिल होता है। अन्य राज्य के लिए 2500 रुपए प्रति पार्षद प्रतिदिन का भत्ता नियम अनुसार मिलना बताया गया है। इसके लिए पूरा व्यय का हिसाब देना होता है। व्यय भले ही कितना भी हो लेकिन भुगतान 2500 रुपए का ही किया जाएगा। हालांकि जानकारी की तो सामने आया कि चंडीगढ़ के जीरकपुर में पार्षद जिस होटल में रुके हुए हैं वहां एक कमरे का किराया 2800 रुपए हैं। इसमें सुबह का नाश्ता व शाम का भोजन शामिल है। नगर निगम ने वहां होटल में 15 कमरे बुक किए हैं।

Hindi News / Bharatpur / चंडीगढ़ में पार्षद डोर टू डोर पूछ रहे कंपनी की सफाई व्यवस्था कैसी…

ट्रेंडिंग वीडियो