बहन से कहा… आज आलू के परांठे खाने हैं हादसे के मृतक रामकेश के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वह चार बहनों का इकलौता भाई था। उसकी बहन ने बताया कि भाई सुबह कॉलेज जाते समय शाम को आलू के परांठे बनाने को कहकर गया था। शेरगढ़ निवासी छात्र मुकुल पुत्र विजेन्दर की भी इस हादसे में मौत हुई है। मृतक मुकुल के तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। पढऩे लिखने में काफी होशियार मृतक मुकुल के पिता विजेन्दर परम्परागत व्यवसाय खेती बाड़ी का काम करते ही हैं, खेती किसानी से समय मिलने पर बयाना के रीको औद्योगिक क्षेत्र में भी मजदूरी कर लेते हैं। मृतक के दो छोटे भाई दिल्ली में रहकर ओला जैसी कम्पनी कें लिए काम करते हैं। अपने बेटे की मौत से पिता विजेन्दर गहरे सदमे में हैं।