भरतपुर नगर निगम की ओर से सार्वजनिक स्थानों पर खुले में शौच करने व मूत्र त्यागने पर यूजर चार्ज लगाने आदेश जारी किया है। उधर, शहर के मुख्य बाजार सहित अन्य स्थानों पर शौचालयों की कमी लोगों को खल रही है। कुछ बचे-खुचे जो शौचलय हैं, वह गंदगी से अटे पड़े हैं।
नगर निगम आयुक्त श्रवण कुमार ने सोमवार को पत्र जारी किया है, जिसमें स्वच्छ भारत मिशन की ओर से राज्य सरकार के आदेश की पालना में क्षेत्र को ओडीएफ प्लस किए जाने को लेकर यदि कोई कोई व्यक्ति खुले में शौच या मूत्र करता पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। खुले में शौच करते हुए पाए जाने पर 500 रुपए एवं लघुशंका करने पर 200 रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। इससे बचने के लिए सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग करने का आदेश दिया गया है।
हाल ऐसे कि देखते ही आ जाए उल्टी
नगर निगम की ओर से खुले में शौच व लघुशंका करने पर जुर्माने की बात कही है। वहीं शहर में सार्वजनिक शौचालयों की बेहद कमी है, जो है वह भी उपयोग लायक नहीं है। देखरेख के अभाव में यह गंदगी से अटे पड़े हैं। मोरी चार बाग स्थित चिंता हरण हनुमान मन्दिर के पास जनाना अस्पताल परिसर में नगर निगम की ओर से बनाए गए मूत्रालय में लम्बे समय से गन्दगी जमा है। इसके जाने वाले रास्ते में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। अन्दर प्रवेश करते ही उल्टी आने लगती है। आसपास के व्यापारियों ने बताया कि यह लम्बे समय से गंदा पड़ा है। इस कारण खुले में लघुशंका जाने की मजबूरी है।