तीन शुभ योगों का रहेगा संयोग पं. राममोहन शर्मा ने बताया कि वसंत पंचमी पर तीन शुभ योग विद्यमान रहेंगे। सुबह से शाम पांच बजकर 42 मिनटतक सिद्धि योग रहेगा। इसके बाद साध्य योग की शुरुआत होगी। इसी प्रकार शाम चार बजकर नौ मिनट से रवि योग का आगमन होगा। धर्मग्रंथों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती प्रकटहुईथी और समस्त देवी-देवताओं ने मां सरस्वती की स्तुति की थी। इसलिए यह पर्वमां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है। विद्या आरंभ करने अथवा किसी नईकला की शुरुआत करने के लिए यह दिन शुभ माना जाता है।
खरीदारी के लिए शुभ दिन बसंत पंचमी अबूझ मुहूर्तकी श्रेणी में आता है। इस बार बसंत पंचमी पर उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र, मीन का चंद्र रहेगा। साथ ही मकर का सूर्य रहेगा। यह दिन सभी प्रकार की खरीदारी और शुभ कार्यों के लिए काफी उत्तम माना गया है। इसलिए इस दिन खरीदारी करना भी शुभ माना जाता है। इस दिन भूमि, भवन, वाहन, आभूषण सहित सभी प्रकार की खरीदारी करना श्रेष्ठरहेगा। इसके साथ ही विवाह के लिए भी यह दिन शुभ रहेगा। वैसे तो यह विवाह के लिए शुभ माना ही गया है, साथ ही इस दिन पंचागगत मुहूर्त भी काफी श्रेष्ठ है।
यह है शुभ मुहूर्त पंचमी तिथि का प्रारंभ -शनिवार सुबह 3.47 बजे से पंचमी तिथि का समापन -रविवार को सुबह 3.46 बजे तक शुभ मुहूर्त: दोपहर 12.13 बजे से दोपहर 12.57 बजे तक
सरस्वती पूजा के लिए मुहूर्त: पांच फरवरी को सुबह 7.07 बजे से लेकर दोपहर 12.35 बजे तक बसंत पंचमी के दिन रवि योग: शाम 4.09 बजे से अगले दिन सुबह 7.06 बजे तक
सिद्ध योग: पांच फरवरी को शाम पांच बजकर 42 मिनट तक