गौरतलब है कि बीते मानसून सीजन में बयाना इलाके में नदी, नालों, झरनों में डूबकर 17 लोग जान गंवा चुके हैं। मानसून सीजन में अच्छी बारिश के बाद करौली के पांचना बांध से इस बार गंभीर नदी में बड़ी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। यह पानी अभी भी नदी के पेटे में हो रहे गहरे गड्ढों में भरा हुआ है।
सदर थाना एसएचओ बलराम यादव ने बताया कि गांव नगला बंडा निवासी विश्रामसिंह (62) पुत्र बालमुकुंद गुर्जर अपने दो पोतों योगेश (15) और अंकित (10) पुत्र गजराज को लेकर गुरुवार सुबह करीब 10:30 बजे गांव के पास से गुजर रही गंभीर नदी में बकरियों को पानी पिलाने और नहलाने गया था। इसी दौरान अचानक उसके दोनों पोते नदी के गहरे पानी में चले गए। जिनको बचाने के प्रयास में विश्राम भी नदी के अंदर उतर गया। संभावना जताई जा रही है कि तीनों नदी के अंदर बने किसी गहरे गड्ढे में समा गए हैं। ग्रामीण तीनों की तलाश में जुटे हुए हैं।