डीग तहसीलदार जुगिता मीणा ने बताया कि मंगलवार शाम को गुहाना गांव के एक खेत बर्फ का टुकड़ा आसमान से गिरने की जानकारी मिली थी। इस पर पटवारी को मौका रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। ग्रामीणों ने बर्फ गिरने के बाद सबसे पहले ग्राम विकास अधिकारी को अवगत कराया था। इसके बाद तहसीलदार के निर्देश पर पटवारी मौके पर पहुंचे और बर्फ के पानी को जांच के लिए लैब भिजवा दिया।
मानसून सीजन में बर्फ गिरने की बात से इंकार
हालांकि, मौसम विभाग के अधिकारियों ने मानसून सीजन में बर्फ गिरने की बात से इंकार किया है। मौसम विभाग के अनुसार मानसून सीजन में बर्फ गिरने की कोई आशंका नहीं होती है। क्योंकि मानसून सीजन में बादलों की ऊंचाई कम होती है। ऐसे में आसमान से बर्फ गिरना संभव नहीं है।रिकॉर्ड के अनुसार पहले कभी बर्फ के टुकड़े गिरने की कोई जानकारी नहीं है। अब बर्फ के टुकड़ों की जांच के बाद ही सबकुछ स्पष्ट हो पाएगा। बर्फ का टुकड़ा बना ग्रामीणों के बीच कौतूहल का विषय
गुहाना गांव के एक खेत में मिला 15-20 किलो वजनी बर्फ का टुकड़ा ग्रामीणों के बीच कौतूहल बन गया। ग्रामीणों का कहना है कि बर्फ का टुकड़ा आसमान से गिरा है। बर्फ का भारी-भरकम टुकड़ा गिरने के बाद बर्फ छोटे छोटे टुकड़ों में बिखर गई। जिन्हें ग्रामीण मौके से उठाकर ले गए। बताया गया है कि कुछ समय बाद ही बर्फ के टुकड़े पिघलकर पानी हो गए। बर्फ का टुकड़ा गिरे स्थान पर गड्ढा हो गया।