सरपंच ने बताया कि शिक्षक आए दिन स्कूल में शराब पीकर ही आता था। 15 अगस्त के दिन शराब पीकर आने की शिकायत के बाद इसकी जांच की गई। इस दौरान (Bemetara Crime news) छात्रों व अन्य शिक्षकों ने भी अपने बयानों में इसकी पुष्टि की। इसके बाद रिपोर्ट जिला शिक्षाधिकारी को सौंपी गई, जिसके बाद उसके खिलाफ सिविल सेवा अधिनियम की धाराओं के तहत ये कार्रवाई की गई। उसे सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना जिला मुख्यालय छोड़ने से भी मना किया गया है।
स्कूल के छात्रों और शिक्षकों ने बताया कि प्रधान पाठक राकेश तिवारी स्कूल परिसर में ही शराब के नशे में धुत रहता था। वह स्कूल के अंदर शराब रखता था। इससे परेशान होकर जनप्रतिनिधियों ने प्रधान पाठक की शिकायत बीते 17 अगस्त को खंड शिक्षा अधिकारी से की, जिसके बाद एबीईओ अधेश कुमार उइके से शिकायत की जांच कराई गई।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी कर्माकर ने बताया कि जांच के दौरान स्कूल के छात्रों व शिक्षकों ने प्रधान पाठक तिवारी के नशे में धुत होकर आने की बात कही। इसके (CG Hindi News) बाद जांच रिपोर्ट के साथ जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को बीते दिवस जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया।
डीईओ अरविन्द कुमार मिश्रा ने जांच प्रतिवेदन के अनुसार प्रधान पाठक पर शराब पीकर आने, स्कूल में भी शराब पीने और स्कूल संचालन में व्यवधान उत्पन्न करने के मामले में छग सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 2 के उपनियम 1, 2, 3 के विपरीत होने के कारण तत्काल प्रभाव से तिवारी को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि के दौरान तिवारी का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय निर्धारित किया गया है, जहां पर तिवारी को सक्षम अधिकारी की अनुृमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने का आदेश जारी किया गया।
सरपंच ने बताया विपरीत प्रभाव पड़ रहा था किरीतपुर पंचायत के सरंपच जीवन गायकवाड ने बताया कि शिक्षक स्कूल में शराब पीता था। नशे की हालत में रहता था। सोशल मीडिया (Bemetara Crime News) में प्रधान पाठक का स्कूल में शराब पीने का वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके आलावा राष्ट्रीय पर्व के कार्यक्रम में शराब पीकर पहुंचा था। इस तरह की स्थिति से बच्चों के बाल मन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा था।