किसानों की फूड प्रोसेसिंग प्लांट लगाने की मांग को दरकिनार कर क्षेत्र में स्टील और पावर प्लांट स्थापना को लेकर उद्योगपति सक्रिय हुए हैं। इससे किसानों में खासी नाराजगी है, क्योंकि कृषि प्रधान जिले में कृषि संबंधित उद्योगों की स्थापना को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। किसान नेता योगेश तिवारी ने बताया कि हाल में ही रायपुर की एक निजी कंपनी ग्राम नेवनारा में स्टील प्लांट स्थापना के लिए ज़मीन खरीदी है। प्लांट स्थापनाा के विरोध में नेवनारा और आसपास के गांव के ग्रामीण लामबंद हो गए हैं । इस संबंध में 15 अगस्त को ग्राम नेवनारा में ग्राम सभा में गांव में स्टील प्लांट स्थापना की अनुमति नहीं दिए जाने का प्रस्ताव हुआ है।
किसान नेता के अनुसार स्टील और पावर प्लांट जैसे प्रदूषण वाले उद्योग की स्थापना से कृषि कार्य को काफी नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा कई किलोमीटर की रेंज में रहने वाले आमजनों पर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। इन उद्योगों की स्थापना से प्रदूषण के कारण एक ओर जहां जमीन बंजर होने लगती है, वहीं अम्लीय वर्षा के कारण फसल को काफी नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा उद्योगों के संचालन के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है। ऐसी स्थिति में उद्योग प्रबंधन द्वारा भूजल या जलाशयों से पानी लिया जाएगा, जो किसानों के लिए हितकर नहीं है। इसलिए क्षेत्र के किसान प्लांट स्थापना का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। किसान नेता के अनुसार क्षेत्र में कृषि संबंधित फूड प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना को प्राथमिकता दिए जाने और प्रदूषण वाले स्थान उद्योगों की स्थापना की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर किसान संगठन, समाजसेवी संस्था समेत अन्य संगठन इक_ा होंगे और आगे की रणनीति बनाई जाएगी ।
बेमेतरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत बेरला ब्लाक के ग्राम नेवनारा में प्लांट स्थापना के विरोध में दर्जनभर गांव के ग्रामीणों ने बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा से मुलाकात कर अपनी परेशानी से अवगत कराया। इसके बाद विधायक ग्रामीणों के साथ कलेक्टोरेट पहुंचे और बेमेतरा एसडीएम दुर्गेश वर्मा को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान विधायक ने कहा कि गांवों में केमिकल युक्त उद्योगों की स्थापना की तैयारी की जा रही है। इससे क्षेत्र के खेती की जमीन बंजर होने के साथ फसलों को काफी नुकसान पहुंचेगा और ग्रामीणों में स्वास्थ्य गत समस्याएं बढ़ेंगी। इसलिए इस तरह के प्रदूषण वाले उद्योगों की स्थापना की अनुमति नहीं देने की मांग की गई है । इस दौरान जिला अध्यक्ष बंशी पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष शकुंतला मंगत साहू, मंगत साहू, पूजा टिकरिहा, नाथू सेन आदि उपस्थित थे।
इसलिए क्षेत्र में प्लांट स्थापना की अनुमति नहीं दिए जाने को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। इस दौरान हरीश बंछोर, देवेंद्र जैन, प्रमिला साहू सरपंच नेवनारा, रीता शर्मा, उत्तरा मयाराम साहू, दशरथ, मनोज तिवारी, हरिश्चंद्रघृत लहरें, गोलू निषाद, राजेश निषाद, चेतन शर्मा, राजेंद्र मारकंडे, राजकुमार जगत, राम अजय मिश्रा, पीयूष शर्मा, कमलेश सेन, मनीराम सिन्हा, मनोज दुबे, रामकुमार, सुरेंद्र कुमार, जगन्नाथ चेतन, दशरथ, लक्ष्मण, राजू, गोलू वर्मा, नारायण वर्मा, टेकराम साहू, पोषण यदु, जीवन गायकवाड, इतवारी, आत्माराम, लोकेश साहू, रोहित लहरें, मान सिंह पाटिल, तिलक पाटिल, सालिक साहू, चिंताराम बंछोर, कमल साहू, मनोज बंजारे, राजेश जांगड़े, नैना देवी मांडले, उत्तरा महेश्वरी आदि उपस्थित थे ।