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CG News: अगर आपकी है एक बेटी तो हो जाइए तैयार, हर साल मिलेगा 6 हजार रूपए अवार्ड समिति ने रोमा से पूछा कि आप छत्तीसगढ़ की गरीब आदिवासी महिलाओं की आर्थिक दशा तथा
स्वास्थ्य कैसे बेहतर बनाओगी। इस पर उन्होंने बताया कि वह आदिवासी महिलाओं को कम अवधि में तैयार होने वाली सब्जियों की खेती का प्रशिक्षण देंगी तथा उनको रूफ गार्डनिंग सिखाऊंगी। पालक, हरी मेथी तथा हरी धनिया की खेती, लौकी, कुहड़ा तथा नेनुआ को उनकी झोपड़ी पर उगाने के लिए बीज देंगी और विधि बताएंगी। इसी उत्तर ने रोमा को यंग हार्टिकल्चरिष्ट अवार्ड दिलाया। बता दें कि रोमा साजा ब्लॉक के ग्राम कजरा निवासी पुष्पा वर्मा तथा झग्गर वर्मा की पुत्री हैं।
सरकार की मदद से करेंगी ये काम
अवार्ड समिति ने पूछा कि यह कार्य आप कैसे करेंगी तब रोमा ने बताया कि पीएचडी की उपाधि लेने के बाद एक मेगा प्रोजेक्ट छत्तीसगढ़ व भारत सरकार को प्रस्तुत कर इसकी स्वीकृति मिलने पर वह ये काम करेंगी। वर्तमान में रोमा महात्मा गांधी उद्यानिकी व वानिकी विश्वविद्यालय, पाटन, दुर्ग में शाक सब्जी विभाग की शोध छात्रा हैं। इस उपलब्धि पर यूनिवर्सिटी के कुलसचिव, अधिष्ठाता, प्राध्यापक, छात्र-छात्राओं व सगे संबंधियों ने रोमा को बधाई दी। बीते दिवस उन्होंने कलेक्टर रणवीर शर्मा से मुलाकात की।