बेमेतरा. जिले की जीवनदायिनी नदी शिवनाथ का जलस्तर जिलेवासियों के लिए चिंता का कारण बना हुआ है। पेयजल, निस्तारी के लिए शिवनाथ नदी पर निर्भर लोग इनके सूख जाने से परेशान हैं। लोगों को अब तालाब व पोखरों से सहारे ही जीवन चलाना पड़ रहा है। गर्मी के शुरुआती दिनों में ही शिवनाथ नदी के सूख जाने से जिले में आने वाले दिनों में गंभीर जलसंकट की आशंका है।
नाले जेसी नजर आने लगी नदी
बताना होगा कि जिले के तीन ब्लॉक बेमेतरा, साजा व नवागढ़ के सैकड़ों गांवों की निर्भरता शिवनाथ नदी से जुड़ी हुई है। अप्रैल के शुरुआती दिनों में ही नदी के सूखने से लोग भविष्य में होने वाले गंभीर जलसंकट की आशंका से परेशान हैं। बीते 2-3 दशकों से ऐसी स्थिति किसी ने भी नहीं देखी है। हालात ये हैं कि एनीकट भी सूखा पड़ा है। नदी में ले-देकर हाथ धोने लायक ही पानी बचा है। जलस्तर व जलभराव को देखकर यही लगता है कि यह नदी नहीं बल्कि कोई छोटा-मोटा नाला है।
अमोरा घाट में घुटने तक पानी
शिवनाथ नदी में जिले के अमोरा घाट पर बना पुराना व नया पुल के नीचे भी पानी नहीं है। अमोरा निवासी शिकू सेन, शुभम सेन ने बताया कि नदी का दायरा इन दिनों सिमट चुका है। जलस्तर घटने से सिमटी नदी में जहां पर पानी है, वहां भी 2-3 फीट का जलभराव है। यदि यही स्थिति रही तो आने वाले समय में नदी पूरी तरह सूख जाएगी। जानकार बताते हैं कि एनीकट में जलभराव होने से आसपास के गांव, जिसका दायरा 5-6 किमी है, में जलस्तर बराबर औसत तक बना रहता है। जिस स्तर से शिवनाथ का पानी सूखा है, उससे जुड़े व करीब गांवों में जलसंकट गहरा सकता है। इन गांवों में भी जलस्तर घटने के आसार हैं।
बेमेतरा शहर की योजना पर खतरा
जिला मुख्यालय के बासिंदों के लिए एनीकट के करीब ही पानी लाख प्लांट से शुद्ध पानी देने की योजना पर काम हो रहा है। बताना होगा कि शहर के लिए बनी योजना को जनवरी में ही पूरा किया जाना था, जो नहीं हो पाया। लेकिन जिस तरह से बन रही इंटरवेल से पानी लाने के लिए चयनित स्तर पर सूखा है, उससे ऐसा नही लगा है कि पर्याप्त पानी मिल पाएगा। जिससे शहर की आवश्यक पूरी हो सके। इन हालातों में गर्मीभर शहरवासियों को मीठा पानी मिलने की उम्मीद कम है। 16 करोड़ 55 लाख रुपए के बजट से बनाई गई पेयजल योजना पर शिवनाथ का सूखा भारी पड़ सकता है।
नदी और सूखी तो तीन योजनाएं होंगी फेल
बताना होगा कि जिले में साजा विकासखंड के 41 गांवों को खारा पानी से मुक्ति दिलाने के लिए पीएचई समूह पेयजल योजना पर काम कर रही है। इसके लिए शिवनाथ नदी पर ही ग्राम खम्हरिया के एनीकट से पानी लेने की योजना है। नवागढ़ ब्लॉक के 54 गांवों को नांदघाट एनीकट से पानी लाकर शुद्ध पानी देने की योजना है। बेमेतरा ब्लॉक के 57 गांवों को खारे पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए अमोरा एनीकट पर इंटकवेल से पानी लाया जाएगा। आज हालात ये हैं कि एनीकट पूरी तरह सूखा हुआ है। तीनों बड़ी योजना कुल 152 गांवों के लिए तैयार की गई है।
Hindi News / Bemetara / सूख रही शिवनाथ नदी, गंभीर जलसंकट की आशंका