पार्षद ने विधायक शत्रुघ्न गौतम एक पत्र लिख कर अपना इस्तीफा भेजा। जिसमें लिखा कि वार्डवासियों ने उन्हें सेवा करने तथा वार्ड में विकास करवाने के लिए पार्षद चुना था। मगर पार्षद बनने के बाद से अब तक उन्होंने वार्ड में नालियां बनवाने को लेकर शासन प्रशासन व नेता प्रतिपक्ष को कई बार फोन कर, व्यक्तिगत रूप से मिलकर तथा पत्र लिखकर अवगत करवाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
वर्तमान में विगत एक वर्ष से राज्य में भाजपा की सरकार होने के बावजूद वार्ड की मूलभूत परेशानियों को दूर करने को लेकर भेदभाव किया जा रहा है। किसी भी प्रकार का कोई विकास कार्य नहीं होने से वह बेहद दुखी हैं। पार्षद ने कहा कि जिस कार्य के लिए लोगों ने उन्हें चुनकर नगर परिषद भेजा, वह कार्य प्रयासों के बावजूद नहीं करवाए जा सके। जिससे उनकी छवि खराब हो रही है। इसी बात से आहत होकर वे भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं।
‘विधायक नहीं ले सकते इस्तीफा’
पार्षद पूजा व्यास की ओर से विधायक को इस्तीफा भेजे जाने के बाद नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र चौधरी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि पार्षद को पार्टी से इस्तीफा देना है तो वे संगठन के पदाधिकारी को दें। वहीं पार्षद पद दे इस्तीफा देना है तो आयुक्त को दें। विधायक उनका इस्तीफा नहीं ले सकते।