परशुरामपुर थाना क्षेत्र के खड़वाकुंवर गांव निवासी जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि एवं साकेत महाविद्यालय फैजाबाद के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जटाशंकर सिंह पर घर में घुसकर हमला करने के मामले की जांच करने एएसपी नरेंद्र कुमार सिंह हर्रैया के सीओ सतीशचंद्र शुक्ल के साथ थाने पहुंचे। वहीं पुलिस को दिए तहरीर में घायल जटाशंकर सिंह ने कहा कि उनकी पत्नी नीलम सिंह जिला पंचायत सदस्य हैं। उनका एक सह
योगी राधेश्याम परशुरामपुर का ब्लाक प्रमुख है। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद पूर्व प्रमुख त्रयंबक नाथ पाठक अपने किसी आदमी को प्रमुख बनाने के लिए प्रयासरत हैं। जिसके लिए कई बार घर पर चढ़कर धमकी भी दी गई है। कहा गया कि प्रमुख पद पर अविश्वास लाने जा रहे हैं। इसमें किसी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न किया गया तो हत्या करवा देंगे। इस मामले की शिकायत अधिकारियों से पूर्व में की जा चुकी है। इसके बाद भी आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
जटाशंकर ने आरोप लगाया गया है कि 12 सितंबर को परशुरामपुर बाजार स्थित मकान पर मौजूद थे। कमरे में भतीजा अमित और चचेरा भाई शैलेंद्र थे। इसी बीच दो बजे दिन में आरोपी प्रवीण पाठक पुत्र त्रयंबकनाथ पाठक, राजाराम तिवारी और दो व्यक्ति अज्ञात बिना नंबर की दो मोटर साइकिल से पहुंचे। अज्ञात व्यक्तियों ने ललकारा, जिस पर प्रवीण और राजाराम ने उन पर फायर कर दिया। उनके दाये जंघे, पेट पर गोली लगी। घायल का आरोप है कि त्रयंबक नाथ पाठक और गोपीनाथ पाठक ने राजनैतिक रंजिश के तहत साजिश कर इस घटना को कारित कराया गया है। मामले में उच्चाधिकारी या एसओ कुछ भी बताने से बचते रहे।
बीजेपी के नेता और पूर्व विधान सभा प्रत्याशी व पूर्व प्रमुख त्रयंबक पाठक की मां ने आरोप लगाया है कि ब्लाक प्रमुख के पद के लिये उनके बेटे और नाती को फंसा दिया गया। जिसके पीछे पूर्व मंत्री राजकिशोर सिंह की साजिश है। बीजेपी की सरकार में नेताओ का उत्पीडन किया जा रहा है। जिसके लिये वे शासन से न्याय चाहते हैं। एएसपी ने इस मामले को लेकर कहा कि पुलिस ने तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच का विषय है कि हमसे के पीछे वजह क्या थी और आरोपी इस मामले मे शामिल है या नही।