बतादें कि आश्रम में रहकर बाबा के इस कृत्य का जब युवतियां विरोध करती थीं तो उनको कमरे में बन्द कर निर्वस्त्र कर दिया जाता था और उनपर ठंडा पानी डाला जाता था। इस बलात्कारी बाबा से परेशान होकर चार युवतियां पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची। तो पुलिस अधीक्षक ने जांच के बाद आश्रम के महंत सच्चिदानन्द सहित 6 लोगों के खिलाफ बस्ती कोतवाली में दुष्कर्म का मुकदमा पंजीकृत कराया है। जबकि आश्रम के बाबा तक बस्ती पुलिस नहीं पहुंच सकी है।
साध्वियों से किया जाता है दुष्कर्म
गौरतलब है कि संत को लोग भगवान मानते हैं। लेकिन आज संत मुक्ति का रास्ता ना दिखाकर साध्वियों को बंधक बनाकर अपना शिकार बना रहे हैं। बस्ती कोतवाली थाना क्षेत्र के नया अमहट पुल के पास बना संत कुटिल आश्रम में साध्वियों से बलात्कार किया जाता था। जो साध्वी उनकी की बात नहीं मानती थीं उसको मारा पीटा जाता है।
पीड़ित युवतियों ने बताया कि संत सच्चिदानंद और इनके चार संत हम लोगों को बंधक बनाकर रेप करते थे। उन्होंने बताया कि आश्रम में रहने वाली साध्वियों के साथ भी ऐसी घटना होती है, लेकिन वह लोग किसी से कुछ बताने से डरती हैं। उन्हें इसलिए डर लगता है कि यदि उन्होंने मुह खोला तो उन्हें भी प्रताड़ित किया जाएगा।
संत सच्चिदानंद का कई राज्यों दिल्ली, कोलकाता, हरियाणा, पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों में मठ है। बस्ती के संत कुटिल आश्रम से जो चार युवतियां जान बचा कर भागीं हैं। युवतियों को दान स्वरूप मांग कर अपने मठ लाता था। बाबा युवतियों को दीक्षा देने के लिए दान स्वरूप मांग कर अपने मठ लाता था और धर्म के नाम पर आश्रम में रखता था।
पहले से दर्ज हैं कई आपराधिक मुकदमें
संत सच्चिदानंद बाबा के ऊपर इसके पहले कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। जिसमें हत्या, लूट, बलात्कार की भी घटनाएं हैं। अन्य प्रांतों में इस बाबा के आश्रम में लगभग 25000 से अधिक साध्वी रहती हैं। अलग-अलग मठों में इस संबंध में पुलिस अधीक्षक बस्ती संकल्प शर्मा ने बताया कि बस्ती कोतवाली थाने में बाबा सच्चिदानन्द उर्फ दयानन्द, परमचेतानन्द, विश्वासनन्द, ज्ञान बैराग्यानन्द, प्रमिला बाई, कमाला बाई पुत्र निवासी संत कुटिल आश्रम मुडघाट थाना कोतवाली के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया गया है।