11 साल पहले व्यापारी ने किया था 49 लाख का फर्जी क्लेम, शिकायत पर पुलिस ने अब किया गिरफ्तार
यानी बगैर पर गर्भ धारण किए ही महिलाओं काे मां बना दिया। यह सब खेल स्वास्थ्य विभाग की प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ लेने के लिए खेला गया। इस तरह फर्जी लाभार्थी दिखाकर याेजना के तहत सरकारी याेजना के तहत ( government scheme ) रुपए निकाल लिए गए। शिकायत होने पर अब जिलाधिकारी ने शासन को पत्र लिखकर इस पूरे मामले की जांच कराए जाने काे कहा है। इतना ही नहीं उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र लिखकर फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के आदेश भी दिए हैं।रामपुर में पुलिस पर पथराव, चौकी इंचार्ज ने भागकर जान बचाई, डीजे बंद कराई गई थी पुलिस टीम
जिलाधिकारी की इस कार्रवाई के बाद अब आरोपियों में खलबली मची हुई है।यह पूरा मामला पीएचसी सलटौवा का है। घटनाक्रम के मुताबिक पिछले दिनों पीएससी सल्टाैआ में ऑनलाइन 50 आवेदन स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हुए थे। यह सभी आवेदन सेल्फ पंजीकरण के थे। पीएचसी के ऑपरेटर ने जब इन आवेदन पत्रों की जांच की तो उसे मामला कुछ अटपटा सा लगा। ऑपरेटर ने इन सभी आवेदन पत्रों के फर्जी होने की आशंका जताते हुए प्रभारी को सूचित किया।