इस शौचालय को सरकारी योजना के तहत ग्राम प्रधान, सेक्रेटरी और इंजीनियर ने बनाया है। इस टॉयलेट को बनाने में करीब 10 लाख रूपए खर्च किए गए हैं। शौचालय के बाहर गांव के प्रधान और दूसरे लोगों के नाम का बोर्ड भी लगा दिया गया है, जिसमें उनकी कोेशिशों से इसके बनने की बात कही गई है।
वीडियो: हेड कांस्टेबल ने दुकान से बाहर फेंका घी का डब्बा, फिर चोरी कर हुआ चंपत
2 सीट एक कमरा, खर्चा 10 लाख
गांव के प्रधान ने इस टॉयलेटके बनने में 10 लाख खर्च दिखाया है। शौचालय के बाहर गांव प्रधान विंदीू देवी, जेई एमआई राजेश गुप्ता, बीडीओ संजय नाथ, सचिव पूनम श्रीवास्तव के नाम लिखे हैं।
पंचायतराज की अधिकारी नम्रता शरण ने इस पर संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि मामले में सेक्रेटरी कोे नोटिस जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जो लोग भी दोषी मिलेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।