बेर खाने गए थे बच्चे
जानकारी के मुताबिक हितेष (13) पुत्र रामकिशन चौधरी व ओमप्रकाश (13) पुत्र बदरी लाल जाट निवासी झौंपड़िया शाम को एक दोस्त के साथ विद्यालय से लौटने के बाद बेर खाने के लिए गांव से बाहर फार्म पोंड की ओर गए थे। हितेष व ओमप्रकाश चारदीवारी को पार कर अंदर चले गए जबकि तीसरा दोस्त बाहर ही रुक गया। संभवत: पानी पीने के दौरान पैर फिसलने से दोनों पॉण्ड में गिर पड़े तथा डूबने लगे। दोनों को पानी में डूबता देख तीसरा बच्चा भागकर गांव में गया तथा ग्रामीणों को घटना के बारे में बताया। बाद में बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल पर पहुंच गए तथा दोनों बालकों की तलाश शुरू की। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद दोनों को पानी से बाहर निकाला जा सका। पोंड में करीब सात-आठ फीट पानी भरा है। परिजन हुए बेसुध
घटना की सूचना पाकर ओमप्रकाश की मां बबीता गश खाकर गिर पड़ी। अपने लाल का नाम लेकर वह बार-बार बेहोश हो रही थी। वहीं पिता बदरी लाल का भी रो-रोकर बुरा हाल हो गया। उधर, मृतक हितेष के पिता रामकिशन की हालत भी खराब हो गई। ग्रामीण दोनों के परिजनों को ढाढस बंधा रहे थे।
नहीं जले चूल्हे
घटना की जानकारी मिलने पर समूचे गांव में सन्नाटा पसर गया। दोनों घरों से निकलने वाली चीख-पुकार ही सन्नाटे को चीर रही थी। हालात ये थे कि घटना के बाद गांव में चूल्हे नहीं जले। हर शख्स की आंखें नम थीं। पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही शव घर पहुंचे तो दोनों को तुरंत दाह-संस्कार के लिए ले जाया गया तथा एक ही चिता पर दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। दोनों मृतक कस्बे के एक निजी विद्यालय में छठी कक्षा में एक साथ पढ़ते थे।