पात्रता सूची में जुड़े रहने के लिए पेंशनरों को विभाग के पोर्टल पर ई-मित्र के माध्यम से जीवित होने की पुष्टि के लिए वार्षिक भौतिक सत्यापन कराना आवश्यक है। जिले में अभी तक एक लाख 30 हजार 711 पेंशनरों ने वार्षिक सत्यापन कराया है। ऐसे अभी तक 43 हजार 794 पेंशनरों का वार्षिक सत्यापन कराया जाना शेष है। हालांकि कई लाभार्थियों का तकनीकी एवं अन्य कारणों से भी वार्षिक सत्यापन नहीं हो पा रहा है। अब निर्धारित समयावधि में सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए खुद को जीवित साबित कर सत्यापन नहीं करवाने वालों की सरकार पेंशन बंद कर सकती है। सरकार की ओर से सत्यापन की अन्तिम तिथि बार बार बढाकर 31 दिसम्बर की गई थी। लेकिन अभी पोर्टल खुला होने से लाभार्थियों का भौतिक सत्यापन हो रहा है।
जीवित होने का प्रमाण पत्र लाने की जरूरत नहीं है। पेंशनर्स ई-मित्र पर जाकर स्वयं सत्यापन करवा सकते हैं। जिन लोगों के फिंगर प्रिंट नहीं आ रहे हैं, वो पंचायत समिति कार्यालय में खण्ड विकास अधिकारी से एवं उपखंड अधिकारी कार्यालय में ओटीपी द्वारा अपना सत्यापन करवा सकते हैं। राज एसएसपी एप द्वारा मोबाइल से भी सत्यापन कर सकता है। जिले के शहरी क्षेत्र में 18592 लाभार्थी पेंशन ले रहे है। इनमें से 5390 का भौतिक सत्यापन नहीं हुआ है। इनमें बानसूर में 87, बहरोड में 727, नीमराणा में 679, बर्डोद में 60, कोटपूतली में 1942, पावटा में 1248 व विराटनगर में 647 का भौतिक सत्यापन नहीं हुआ है।
जिले में अभी 43 हजार 794 लाभार्थियों का सत्यापन होना शेष है। सरकार की ओर से सत्यापन के लिए दी गई राहत समाप्त हो गई है। लेकिन अभी सत्यापन के लिए पोर्टल बंद नहीं हुआ है। इसलिए लाभार्थी निकटतम ई मित्र पर भौतिक सत्यापन करवा सकते है। सत्यापन के अभाव में पेशन बंद हो जाएगी।
रमेश दहमीवाल, समाज कल्याण अधिकारी, जिला कोटपूतली-बहरोड़