स्थिति यह है कि प्रतिबंध के बाद भी व्यापारियों का आम दिन की अपेक्षा लॉकडाउन में मुनाफा दो गुना बढ़ गया है। पहले तंबाकू खैनी खाने वालों को 80 से 100 रुपए किलो में मिल जाती थी जो अब ब्लैक में 1 हजार से 1500 रुपए किलो की रेट से मिल रही है। 185 वाला पैकेट 900 से 1000 तक यानी 20 रुपए की पुड़िया 80 से 100 रुपए में मिल रही है। ऐसे ही 5 रुपए की सिगरेट 20 और 10 रुपए का बंडल 40 से 70 रुपए में बेचा जा रहा है।
इतना ही नहीं इतने अधिक दाम में मिलने के बाद भी लोगों को तमाम सिफारिश लगानी पड़ती हैं। तब उन्हें गुटखा, बीड़ी मिल पा रही है। दुकानदार पांच गुना से अधिक दाम में गुटखा बेच रहे हैं, इनसे गुटखा के सही दाम की बात कहने पर वे गुटखा देने से ही मना कर देते हैं।
चाकसू (जयपुर)। कोरोना महामारी के दौरान तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर सरकार द्वारा रोक होने के बावजूद कस्बे में तंबाकू उत्पादों की कालाबाजारी धड़ल्ले से जारी थी। शुक्रवार को तहसीलदार अर्शदीप बरार ने कार्रवाई करते हुए कोटखावदा रोड पर संचालित श्याम एजेंसी के संचालक मनीष गर्ग की ओर से तम्बाकू, गुटखे की बिक्री की सूचना मिली। जिस पर पुलिस जाप्ते के साथ दुकान का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित तंबाकू ओर गुटखा मिला। तहसीलदार बरार ने बताया कि 453 पैकेट गुटखा और जर्दा व 56 पुड़े बीड़ी जब्त की गई है। प्रतिबंधित तम्बाकू उत्पाद बेचने के चलते दुकान को सीज कर दिया गया है और दुकान संचालक पर कार्रवाई के लिए उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश सहारण को सूचित किया गया है। कारवाई के दौरान ऑफिस कानूनगो प्रभुदयाल बागड़ी, चाकसू पटवारी सुरेश चौधरी, मोहन पटवारी, विजेंद्र पटवारी, हेमंत सिंधी क.स, वरिष्ठ सहायक जगदीश सहित चाकसू थाने का जाब्ता मौजूद रहा।