इससे पहले गैरजरूरी कार्य से लोग घरों बाहर नहीं आ रहे है। जिले के बॉर्डर के इलाकों में तापमान बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। यहां पेयजल की किल्लत से सैकड़ों गांव परेशान हैं। गांवों में टैंकर से पेयजल का इंतजाम किया गया है, लेकिन यह पूरा नहीं पड़ रहा है। ग्रामीण इस गर्मी में भी बेरियों से पानी खींचकर पीने को मजबूर हैै। बॉर्डर पर तापमान अब 49.3 से भी अधिक माना जा रहा है। सामान्य से ज्यादा चल रहे तापमान से लोग असहज होने लगे हैं।
अस्पताल में मरीज बेहाल
जिला अस्पताल में सोमवार को गर्मी से दाखिल होने वाले नहीं बताए गए है। इधर, अस्पताल में पहुंचे मरीजों ने गर्मी से जी घबराने, सिर दर्द होने और ब्लड प्रेशर बढ़ने की शिकायतें की। जिला अस्पताल में बार-बार बिजली ट्रिपिंग ने भी मरीजों को परेशान किया। दिन में बिजली जाते ही मरीजों के परिजनों को पंखा झालने की नौबत आ रही है। इसको लेकर सोमवार को शिकायत होने पर जिला कलक्टर ने नोडल अधिकारी को भेजा। डिस्कॉम के अधिकारी भी अस्पताल आए। यहां ट्रिपिंग की बार-बार की समस्या के समाधान के लिए कलक्टर ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। अस्पताल में जिला कलक्टर और अतिरिक्त जिला कलक्टर के दौरों के बाद भी व्यवस्थाओं को लेकर शिकायतों पर प्रशासन ने नाराजगी जताई है।
बाजार में सेवा बढ़ी
बाड़मेर शहर के बाजार में अब टेंट लगाने, छाछ, शरबत, नींबू पानी और ठण्डा पानी पिलाने के लिए समाजसेवी संस्थाएं आगे आ रही है। रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार, सिणधरी चौराहा, बस स्टेशन सहित कई स्थानों पर अब लोग सेवा कर रहे हैैं। राहगीरों के लिए कूलर भी सड़कों पर लगाए हैं।