सीएम पर भी साधा निशाना
दरअसल चौधरी (Harish Choudhary) ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान बड़े नेता और निजी शेड्यूल के कारण
अशोक गहलोत इतना समय नहीं दे पाए। वहीं सचिन पायलट घंटों तक प्रचार के लिए डटे रहे। हालांकि उन्होंने बात संभालते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता सचिन पायलट और पीसीसी चीफ की बाड़मेर जीत में बड़ी भूमिका रही है। चौधरी ने कहा कि बाड़मेर के नतीजों में जातिवाद की करारी हार हुई और भाईचारा जीत गया है। उन्होंने कहा कि थार का भाईचारा कभी कम नहीं होना चाहिए। यहां कोई पराया नहीं है, सभी अपने हैं, चाहे वो कैलाश चौधरी हों या फिर निर्दलीय और सबसे कम वोट लाने वाले पोपटलाल। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजस्थान में सरकार नाम की कोई व्यवस्था नहीं है। केवल धनबल का प्रयोग कर देश में माहौल बनाया गया था।
संसदीय क्षेत्र का विकास मेरा सपना: बेनीवाल
वहीं नतीजे आने के बाद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा कि जनता ने पूरा साथ दिया। मुकाबला कड़ा था, लेकिन लोग साथ में खड़े रहे। कायकर्ताओं ने मेहनत की और छत्तीस कौम ने साथ दिया। अब मेरी जिम्मेदारी है कि उम्मीदों पर खरा उतरूं। मैं आम आदमी बनकर काम करूंगा, मुझे मालूम है साधारण आदमी की जरूरतें क्या है। उन्होंने कहा कि मूलभूत समस्याओं का प्राथमिकता के साथ समाधान किया जाएगा। पूरा रोडमैप बनाकर उसी अनुरूप काम करेंगे। चुनाव के दौरान पूरे इलाके में गए है, इसलिए कहां क्या समस्याएं है उसे नजदीक से देखा है। अब उन समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जाएंगे।