रैगिंग करने की शिकायतें मिल रही थी लगातार
कॉलेज प्रबंधन को सीनियर मेडिकोज की ओर से जूनियर और फ्रेशर्स के साथ रैगिंग करने की शिकायतें लगातार मिल रही थी। लेकिन पुख्ता कुछ नहीं मिलने और किसी का नाम सामने नहीं आ रहा था। पीडि़त भी नाम बताने से हिचकिचा रहे थे। इस बीच कुछ पीडि़तों स्टूडेंट्स की ओर से रैगिंग करने वाले छात्रों के नाम कमेटी सदस्यों के सोशल मीडिया ग्रुप में उजागर करने के बाद बैठक बुलाकर कार्रवाई को लेकर निर्णय लिया गया।
छात्राओं ने अपनी जूनियर को बुलाकर की रैगिंग
सीनियर छात्राओं के एक ग्रुप ने जूनियर को गर्ल्स हॉस्टल में बुलाकर रैगिंग की। जब पीडि़त छात्राओं से कमेटी की ओर से पूछा गया तो पहले तो छात्राओं ने नाम बताने से इनकार कर दिया। यह भी बताया कि सीनियर छात्राओं ने धमकी दी है कि उन्हें कॉलेज के कल्चरल इवेंट आदि कार्यक्रमों में शामिल नहीं होने दिया जाएगा। इसके बाद कमेटी ने जब आश्वस्त किया तो पीडि़त छात्राएं सहज हुई और बोलने की बजाय सादे पेपर पर रैगिंग करने वाली छात्राओं के नाम लिखकर दिए। इस बीच अपनी बात रखने के दौरान एक-दो छात्राएं रो पड़ी। इस मामले में रैगिंग करने वाली छात्राओं को कमेटी ने बुलाया और पूछा तो काफी देर तक तो सभी 6 छात्राओं ने रैगिंग करने से मना कर दिया। जब उन्हें सख्त कार्रवाई करने की बात कही तो उन्होंने माना कि गर्ल्स हॉस्टल में फोन करके कुछ छात्राओं को अपने ब्लॉक में बुलाया था। इस मामले में कमेटी की ओर से सभी छह छात्राओं को चेतावनी पत्र दिया जा रहा है।
रैगिंग मामले में 8 को हॉस्टल से निकाला
कमेटी की बैठक में रैगिंग के मामले में दो सीनियर छात्रों को 2 महीने के लिए कॉलेज हॉस्टल से निष्कासित किया है। वहीं इससे पहले उनका पक्ष सुना गया और कमेटी ने उन्हें रैगिंग में शामिल होना बताया। कमेटी ने बताया कि उनके पास दोनों छात्रों की हरकतों के वीडियो और फोटो भी है, जो उनके खिलाफ सबूत है। वहीं पीडि़त छात्रों ने उनके नाम बताए हैं। इसके बाद भी दोनों छात्र अपनी बात पर अड़े रहे कि उन्होंने रैगिंग नहीं की। इस पर कमेटी ने निर्णय लेते हुए दोनों को दो महीनों के लिए हॉस्टल से निकाल दिया। इस तरह रैगिंग करने के दूसरे मामले में 6 मेडिकोज को 15 दिनों के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया है। इन छात्रों ने भी रैगिंग के आरोप नकार दिए। इस मामले में भी पीडि़त छात्रों ने सभी छह सीनियर छात्रों के नाम कमेटी को लिखकर दिए थे।
रैगिंग मामले में कुछ और स्टूडेंट्स भी शामिल
कमेटी की जानकारी में यह भी आया है कि रैगिंग मामले में कुछ और स्टूडेंट्स भी शामिल हैं। जिनके खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर बैठक होगी। जिसमें रैगिंग करने वाले छात्र-छात्राओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई को लेकर निर्णय हो सकता है। कॉलेज में बैठक में कमेटी को-चेयरमैन व अधीक्षक डॉ. बीएल मंसूरिया, संयोजक डॉ. दिनेश परमार, डॉ. अरविंद चंदौरा, डॉ. कुशल भरंग, डॉ. अभिजीत जोशी, डॉ. एमएल खत्री, डॉ. दीपक तंवर, डॉ. महावीर चोयल, डॉ. ज्योति पांडे, डॉ. अरुण डी राणा सहित सदस्य मौजूद रहे।
8 स्टूडेंट्स हॉस्टल से निष्कासित
कॉलेज में रैगिंग मामले में कमेटी की बैठक में 6 छात्रों को 15 दिन व दो मेडिकोज को दो महीनों के लिए हॉस्टल से निकाला गया है। वहीं रैगिंग मामले में सभी छह छात्राओं को चेेतावनी पत्र दिया जा रहा है। रैगिंग किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं है और सख्त कार्रवाई की जाएगी। –डॉ. बीएल मंसूरिया, को-चेयरमैन एंटी रैगिंग कमेटी व अधीक्षक राजकीय मेडिकल कॉलेज बाड़मेर