100 फीसदी कनेक्शन का दावा
इसमें भी विभाग 116 ऐसे गांव बता रहा हैं, जहां 100 फीसदी कनेक्शन हो गए हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों का दावा है कि यह महज कागजी आंकड़ा है। धरातल पर हकीकत यह है कि जिन गांवों में टेस्टिग के समय ही पानी आया है, उसके बाद जलापूर्ति नहीं हुई है।
सांसद ने ग्रामीण को किया फोन
जिला मुख्यालय पर आयोजित जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की मासिक समीक्षा बैठक में बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने सवाल करते हुए कहा कि यह आंकड़े महज कागजी हैं, उन्होंने बैठक में अर्जुन का गांव, पौषाल के एक ग्रामीण को कॉल किया और लाउड स्पीकर पर पूछा कि जो आपके घर पर नल कनेक्शन हुआ है, उसमें पानी आ रहा है क्या?
सांसद ने किया सवाल
सामने से ग्रामीण का जवाब आया कि टेस्टिंग के समय केवल पानी आया था, इसके बाद कुछ भी नहीं और छह माह बीत गए हैं। इसके बाद जिम्मेदार अधिकारी एक-दूसरे के सामने देखते रह गए। सांसद ने कहा कि ऐसा एक जगह नहीं, हर जगह यही हालात हैं। एक दिन पहले जब मैं मातासर गया तो मुझे बताया कि नल कनेक्शन तो हुआ है, लेकिन पानी महज 10 लीटर ही आया है।
विभाग का दावा 116 गांवों में शत प्रतिशत कार्य
समीक्षा बैठक में जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत स्कीम के तहत हुए कार्यों को लेकर जलदाय विभाग के अधिकारियों ने दावा कि बाड़मेर, शिव व बायतु क्षेत्र के 469 गांव के लिए वर्क ऑर्डर हुए थे, इसमें विभाग ने 116 गांवों में सौ फीसदी काम कर दिया है। इसमें 41 गांव ऐसे हैं, जहां हर घर पानी पहुंच रहा है और ग्रामीण भी संतुष्ट हैं। इतना सुनते ही बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम ने कहा कि यह आंकड़े मुझे नहीं लगता कि सही हैं।
आंकड़ों पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ग्रामीणों से संवाद कर रहा हूं, लोग पानी की समस्या से त्रस्त है, कहीं यह आंकड़ें कागजी तो नहीं है। उन्होंने जिला कलक्टर टीना डाबी से कहा कि आप सूची में से किन्हीं 5-7 गांवों की जलापूर्ति की स्थिति चैक करवा लीजिए। सांसद ने कहा कि ऐसे हालात हैं कि पानी आना तो दूर की बात, नल भी नहीं लगे हैं। उन्होंने कहा कि आपने बिना पानी सौ फीसदी के सर्टिफिकेट तो नहीं पकड़ा दिए हैं। चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल एवं शिव विधायक
रविन्द्र सिंह भाटी ने जल जीवन मिशन के तहत स्वीकृत कार्यों को प्राथमिकता से पूर्ण करवाने की बात कही।
मिशन की हकीकत
बाड़मेर जिले में जल जीवन मिशन के तहत 1639 गांवों के लिए स्कीम स्वीकृत है, लेकिन अभी तक महज 469 गांव के वर्क ऑर्डर किए गए हैं। इसके अलावा 1170 गांवों के लिए टेंडर प्रक्रियाधीन है। ऐसे में अभी भी काफी जगह वर्क ऑर्डर नहीं हुए हैं। बाड़मेर में कुल 2 लाख 66 हजार 333 कनेक्शन होने हैं, इसमें से 6241 कनेक्शन जेजेएम स्कीम से पहले हो रखे हैं। स्कीम के बाद महज 47 हजार 511 कनेक्शन हैं। यह आंकड़ा महज 17.52 फीसदी है। हालांकि विभागीय अधिकारियों का दावा हैं कि जो अभी मिशन को लेकर जो वर्क ऑर्डर हुए थे, उसमें बाड़मेर प्रदेश में 15वें स्थान पर है।