औद्योगिक क्षेत्र के तीसरे फेज में िस्थत महालक्ष्मी प्रोसेस हाउस नाम की कपड़ा प्रोसेसिंग कारखाने में शुक्रवार दोपहर करीब 12:45 बजे अचानक तेज धमाके के साथ बॉयलर ब्लास्ट हो गया। इससे वहां पर अफरा-तफरा मच गई। ब्लास्ट से वहां काम कर रहे श्रमिक मेघाराम प्रजापत (50) पुत्र बस्तीराम निवासी गोल स्टेशन, बोयलर के सीमेंटेड ढांचे के मलबे के साथ करीब 50 फीट तक दूर उछल कर गिर गया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। वहीं जवाहरलाल प्रजापत (21) पुत्र मानाराम निवासी रबारियों का टांका (बालोतरा), सवाईसिंह राजपूत (30) पुत्र महेन्द्रसिंह निवासी रामसर (बाड़मेर), खेताराम प्रजापत (28) पुत्र मांगाराम निवासी भूंका भगतसिंह (सिणधरी), भैराराम ब्राह्मण (60) पुत्र रूपाराम निवासी खार की ढाणी (भीमरलाई) व देवाराम प्रजापत उर्फ देवेन्द्र (20) पुत्र मानाराम निवासी रबारियों का टांका (बालोतरा) झुलसने के साथ सामान्य चोटें लगने से घायल हो गए। इन्हें आसपास के लोगों ने निजी वाहनों की मदद से जिला चिकित्सालय पहुंचाया। जहां पर चिकित्सकों ने जवाहरलाल प्रजापत (21) पुत्र मानाराम निवासी रबारियों का टांका (बालोतरा) को मृत घोषित कर दिया। गंभीर घायल देवाराम प्रजापत उर्फ देवेन्द्र (20) पुत्र मानाराम निवासी रबारियों का टांका (बालोतरा) को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर कर दिया। अन्य घायलों का जिला चिकित्सालय में उपचार किया जा रहा है।
एक किमी. तक सुनाई दी धमाके की आवाज
कपड़ा प्रोसेसिंग कारखाने में बॉयलर ब्लास्ट के धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि एक किमी. तक के आसपास के क्षेत्र में कारखानों में चलती मशीनों की आवाज के बीच सुनाई दी। बॉयलर ब्लास्ट की जानकारी पर बड़ी संख्या में मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
200 फीट तक उछला मलबा
बॉयलर ब्लास्ट से कारखाने में बॉयलर व चिमनी के सीमेंट व ईंटों का फाउंडेशन का मलबा करीब 200 फीट तक उछल कर गिरा। कारखाने में मृतक मेघाराम का पुत्र नरपत भी काम करता है। वह बॉयलर से करीब 80 से 90 फीट तक दूर था, उसके भी मलबे के टुकड़ों से हल्की चोंटे आई। मेघाराम के दो बेटे सरूपाराम व मदनलाल भी आसपास के कारखानों में मजदूरी करते है।