मिलती थीं जान से मारने की धमकियां
घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने शव चौहटन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। जहां से मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम होने के बाद परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा।
मृतक के परिजनों की रिपोर्ट पर आरोपी सवाईसिंह पुत्र रामसिंह, लालसिंह पुत्र नींबसिंह, भीखसिंह पुत्र कमलसिंह, सालमसिंह पुत्र कमलसिंह, सवाईसिंह पुत्र जुगतसिंह, मुप्तसिंह पुत्र बाबूसिंह निवासी आकोड़ा व अजिया खां पुत्र बसंतखां निवासी गंगाला के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज जांच प्रारंभ की गई है। पुलिस ने मौके से दो आरोपियों को दस्तयाब किया गया है। परिजनों का आरोप है कि आरोपी
जान से मारने की धमकियां भी देते थे। फतेहसिंह ने चौहटन थाने में रिपोर्ट देकर आरोपियों को पाबंद भी करवाया था।
चार दिन से विवाद
गोचर भूमि पर पशु चराने पर फतेहसिंह व आरोपी सवाईसिंह के बीच चार दिन से विवाद चल रहा था। फतेहसिंह ने सवाईसिंह के साथ मारपीट की थी। इससे नाराज सवाईसिंह ने फतेहसिंह को ठिकाने लगाने की योजना बनाई और धोरों के बीच सूनसान घर पर साथियों के साथ पहुंच गया। आरोपियों ने कुल्हाड़ी से फतेहसिंह के हाथ-पैर भी तोड़ दिए। साथ ही पत्नी व बच्चों को बंधक बना दिया। कुल्हाड़ी से वार करने के बाद लहूलुहान हालत में छोड़कर भाग गए। सूचना पर चौहटन डिप्टी कृतिका यादव, थानाधिकारी पदमाराम मौके पर पहुंचे। इसके बाद एफएसल व एमओबी की टीम भी मौके पर पहुंची व शव मोर्चरी में रखवाया। जहां परिजन सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस घटनास्थल की वीडियोग्राफी किए बिना और सहमति के मृतक का शव अस्पताल लेकर आई है। परिजनों ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।