क्यों हो रही चर्चा?
दरअसल, तस्वीर में नजर आ रहे तीनों नेता लोकसभा 2024 में सियासी मैदान में थे। इनमें उम्मेदाराम बेनीवाल और रविंद्र सिंह भाटी एक-दूसरे के आमने-सामने चुनावी मैदान में रहे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी भी जमकर हुई। कई मौकों पर दोनों के समर्थकों के आमने-सामने होने की घटनाएं भी सामने आई थी। चुनाव के दौरान दोनों नेताओं के बीच कड़ा मुकाबला देखा गया था। लेकिन अंत में बाजी कांग्रेस नेता उम्मेदाराम बेनीवाल ने मारी और सांसद चुने गए। रविंद्र सिंह भाटी को हार का सामना करना पड़ा। वहीं बांसवाडा़ से सांसद बने राजकुमार रोत भी दोनों नेताओं के साथ दिखे। ऐसे में तीनों नेताओं के साथ नजर आने के बाद सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है। एक यूजर्स ने लिखा है कि बहुत ही कम समय में एकता को मजबूत किया। हमें फक्र होता हैं आप सभी युवा नेताओं पर। एक अन्य यूजर्स ने लिखा- भाईचारा देखकर बहुत अच्छा लगा। राजनीति में ऐसी तस्वीरें आना जरूरी है।
क्या एक साथ नजर आने के सियासी मायने या केवल संयोग?
गौरतलब है कि यह माना जा रहा है कि यह केवल एक संयोग था जब तीनों नेता एक साथ नजर आए। क्योंकि, जिस कार्यक्रम में तीनों नेता शामिल हुए। वह बाड़मेर जिले के रामसर में विश्व आदिवासी अधिकार दिवस के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम था। ऐसे में आयोजनकर्ताओं ने बाड़मेर के सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल व स्थानीय विधायक रविद्र सिंह भाटी तथा आदिवासी समाज से जुड़े राजकुमार रोत को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।