जल जीवन मिशन की शुरुआत 2019 में बाड़मेर में हुई थी। जिले में कुल 2 लाख 70 हजार 602 घरों तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य मिला। इसमें 6 हजार 241 घरों में पहले से ही नल से जलापूर्ति हो रही थी। ऐसे में कुल टारगेट का 2.31 प्रतिशत काम पहले से हो रखा था। इसके चलते 2,64,361 घरों तक पानी पहुंचाना का लक्ष्य निर्धारित हुआ। मिशन को पांच साल से अधिक हो चुके है, लेकिन अभी तक एक चौथाई घरों तक भी नल नहीं पहुंच पाया है।
बाड़मेर जिले में गडरारोड टॉप पर
जेजेएम में गडरारोड़ ब्लॉक में सबसे ज्यादा काम हुआ है। क्षेत्र में कुल 25096 घरों के मुकाबले अब तक 19594 आवास में कनेक्शन किए जा चुके है। लक्ष्य का 78 फीसदी काम पूरा हो गया है। वहीं बाड़मेर ग्रामीण क्षेत्र में भी 37 प्रतिशत से ज्यादा घरों में नल से पानी पहुंच चुका है। इसके अलावा शिव 11.90 व रामसर 16.8 प्रतिशत टारगेट तक पहुंचे है। अन्य 8 ब्लॉक बाड़मेर, चौहटन, धनाऊ, धोरीमन्ना, सेड़वा, फागलिया, गुड़ामालानी व आडेल रेड जोन में है, इन क्षेत्रों में लक्ष्य का 10 फीसदी काम भी नहीं हुआ है।
पीएचइडी करता है सर्टिफाइड
गांव में शत-प्रतिशत कनेक्शन का काम पूरा होने पर पीएचइडी की ओर से प्रमाण-पत्र जारी किया जाता है। जिसमें पानी की गुणवत्ता के साथ जलापूर्ति के अलावा अन्य जानकारियों का उल्लेख भी किया जाता है। बाड़मेर जिले में अब तक कुल 38 गांव सर्टिफाइड हुए हैं।