बेटी को जन्म देने के बाद बढ़ गया ससुरालियों का गुस्सा
मूलरूप से दिल्ली की रहने वाली महिला सिपाही की तैनाती यूपी पुलिस में बरेली में है। वह इज्जतनगर क्षेत्र में किराये पर कमरा लेकर रहती हैं। महिला के मुताबिक उनका विवाह राजपुर खुर्द दिल्ली निवासी एक व्यक्ति के साथ 22 फरवरी 2016 को हुआ था। शादी में परिजनों ने 22 लाख रुपये खर्च किए थे, लेकिन पति, सास, ननद और ननदोई 10 लाख रुपये की मांग करते हुए प्रताड़ित करने लगे। आरोपी 24 फरवरी 2017 को जबरन मायके छोड़ आए। पीड़िता ने 20 अक्टूबर 2017 को बेटे को जन्म दिया लेकिन ससुराल वालों के व्यवहार में तब्दीली नहीं आई। वर्ष 2019 में पीड़िता की नौकरी उत्तर प्रदेश पुलिस में लग गई। 8 अक्टूबर 2023 को पीड़िता ने बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद ससुराल पक्ष के लोगों का उत्पीड़न और बढ़ गया। आरोपियों ने यह कहते हुए पीड़िता को घर से निकाल दिया कि बेटी को कौन पालेगा, लेकिन आठ दिन बाद पति दोबारा ससुराल ले गए। अब आरोपी तलाक का दबाव बना रहे हैं।
दिल में छेद होने से हो गई थी बेटी की मौत
पीड़िता ने बताया कि 11 फरवरी को बेटी की तबीयत खराब हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि बेटी के दिल में छेद है, तब पति और ससुराल पक्ष के लोग आए और बेटी को दूर से देखकर चले गए। बेटी के इलाज का पूरा खर्चा उन्होंने उठाया लेकिन बेटी की मौत हो गई। खराब होने से पीड़िता की बेटी की मौत हो गई। महिला सिपाही ने बताया कि बेटी की मौत के बाद पति, सास, ननद और ननदोई तलाक का दबाव बनाने लगे। इन्कार करने पर आरोपियों ने छवि धूमिल करने के लिए उनके भाई और रिश्तेदारों के मोबाइल पर वीडियो भेज दिया। जबकि वीडियो में वह नहीं दिख रही हैं बल्कि उनकी उस महिला से शक्ल कुछ मिलती-जुलती है।