लीलौर बुजुर्ग पंचायत: घोटाले का खुलासा
रामनगर ब्लॉक की ग्राम पंचायत लीलौर बुजुर्ग के कई निवासियों, जिनमें अशरफ खां, अहलताज खां, निसरत खां, पुष्पेंद्र सिंह, सोमपाल, सविता देवी, सरन पाल सिंह, प्रेम पाल, अवधेश कुमार सिंह और दान सिंह शामिल हैं, ने ग्राम प्रधान रामरोशनी देवी और तात्कालीन सचिवों आकाश सागर, विपिन कुमार सक्सेना और राजीव कुमार सिंह के खिलाफ शिकायत की थी। जांच में पाया गया कि निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं और सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। इसके बाद डीएम ने रामरोशनी देवी के अधिकार सीज कर दिए। मामले की अंतिम जांच परियोजना निदेशक डीआरडीए और आरईडी एक्सईएन को सौंपी गई है।
सुनरासी पंचायत: वित्तीय घोटाला
ग्राम पंचायत सुनरासी में भी ऐसी ही स्थिति सामने आई है। अंकित सिंह, राधेश्याम, उमेश सिंह, नन्हीं देवी, ओमवती और सुनीता समेत अन्य ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान धर्मपाल मौर्य के खिलाफ शपथ पत्र देकर शिकायत दर्ज कराई। जांच में प्रधान धर्मपाल मौर्य, तात्कालीन सचिव आकाश सागर, विपिन कुमार सक्सेना, सचिन कुमार गंगवार और राजीव कुमार सिंह को निर्माण कार्यों में अनियमितता और गबन का दोषी पाया गया। डीएम ने धर्मपाल मौर्य के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार भी सीज कर दिए हैं। मामले की अंतिम जांच डीसी मनरेगा और एक्सईएन पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड को सौंपी गई है।
जिला प्रशासन की सख्ती
जिला पंचायत राज अधिकारी कमल किशोर ने कहा कि गांवों का विकास कार्य प्रभावित नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि नियमों की अनदेखी और घोटाले किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।